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दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह ने एयरफोर्स से जुड़े गोपनीय दस्तावेज पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को दिए थे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयरफोर्स अधिकारी को आईएसआई ने हनीट्रैप के जरिए फंसाया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ महीने पहले पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक एजेंट ने लड़की बनकर अरुण मारवाह से संपर्क किया था. इसके बाद दोनों में फोन पर लगातार चैटिंग होने लगी. मारवाह को पूरी तरह अपने जाल में फंसाने के बाद आईएसआई एजेंट ने उनसे गोपनीय दस्तावेज की मांग की.
अरुण मारवाह पर आरोप है कि उन्होंने कुछ गोपनीय दस्तावेज आईएसआई को दिए. इसकी जानकारी जब कुछ हफ्ते पहले एयरफोर्स के वरिष्ठ अधिकारी को हुई तो उन्होंने विभागीय जांच बैठा दी.
जांच में मारवाह की संलिप्तता पाए जाने पर एयरफोर्स के वरिष्ठ अधिकारी ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से इसकी शिकायत की. इसके बाद पटनायक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ये केस दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दिया.
स्पेशल सेल ने गुरुवार को केस दर्ज कर अरुण मारवाह को गिरफ्तार कर लिया. बाद में पटियाला हाउस कोर्ट में पेश कर मारवाह को पांच दिन की रिमांड पर ले लिया.
मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल गहनता से इसकी जांच कर रही है. स्पेशल सेल एयरफोर्स अफसर से पूछताछ कर रही है कि उन्होंने लड़की बनकर संपर्क में आने वाले आईएसआई एजेंट को कौन-कौन से गोपनीय दस्तावेज मुहैया कराए हैं.
एयरफोर्स अफसर अरुण मारवाह हेडक्वार्टर में तैनात था. बताया जा रहा है कि वायुसेना के केंद्रीय सुरक्षा और जांच दल ने अपनी जांच में पाया कि ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह अनधिकृत इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के जरिए अवांछित गतिविधियों में लिप्त था.
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