Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019'अखंड भारत के विचार ने कश्मीर को एक और कर्बला बना दिया'

'अखंड भारत के विचार ने कश्मीर को एक और कर्बला बना दिया'

'अखंड भारत के विचार ने कश्मीर को एक और कर्बला बना दिया'

IANS
न्यूज
Updated:
i
null
null

advertisement

लाहौर, 4 सितम्बर (आईएएनएस)| कश्मीर मामले को लेकर पाकिस्तान में नेताओं के बीच अनूठी बयानबाजियों की होड़-सी लगी हुई है। इस होड़ में कई विचित्र बयान आते रहे हैं और इसी कड़ी में पाकिस्तान की पार्टी जमाते इस्लामी ने कहा है कि अखंड भारत के विचार ने कश्मीर को एक और कर्बला बना दिया है। अखंड भारत के विचार को मानने वाले उस भारत की फिर से आशा करते हैं, जब भारत अविभाजित हुआ करता था। कर्बला, इराक का एक शहर है, जहां इस्लाम की ऐतिहासिक जंग हुई थी, जिसमें पैगंबर मुहम्मद साहब के नाती इमाम हुसैन अपने मुट्ठी भर साथियों व परिजनों के साथ बादशाह यजीद की फौज से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे। उन्होंने यजीद की सत्ता को मानने से यह कह कर इनकार कर दिया था कि वह अनैतिक और गैर इस्लामी है। इमाम हुसैन और उनके साथियों को कर्बला में काफी तकलीफ उठानी पड़ी थी।

कर्बला की इन्हीं तकलीफों के संदर्भ में पाकिस्तान की जमाते इस्लामी के प्रमुख सिराजुल हक ने कश्मीर का नाम लिया और इसके पक्ष में उन्होंने तथ्य से मेल न खाने वाले कई आरोप लगाए।

'रोजनामा दुनिया' की रिपोर्ट के मुताबिक, हक ने हुर्रियत नेताओं से बातचीत के दौरान कहा, "कश्मीर में कयामत बरपा है। यहां तक कि लोग अपने संबंधियों को मरने की हालत में कब्रिस्तान नहीं ले जा पा रहे हैं और मुर्दो को घरों में ही दफन करने पर मजबूर हो रहे हैं। मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन को रोकने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है। अखंड भारत के विचार ने कश्मीर को कर्बला बना दिया है।"

हक ने कश्मीर मामले के संदर्भ में कुछ विवादास्पद मांगें की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान शिमला समझौते और लाहौर घोषणापत्र को रद्द करे। नियंत्रण रेखा पर लगी बाड़ को फौरन गिरा दिया जाए और पाकिस्तान सरकार संयुक्त राष्ट्र से कश्मीर में शांति सेना तैनात करने की मांग करे। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों को तुरंत कश्मीर आने दिया जाए।

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 04 Sep 2019,05:30 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT