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अलीगढ़: जिंदगी से जंग हार गईं इशरत जहां, थाने में गोली चलाने वाला SI अब भी फरार

Aligarh: 55 वर्षीय इशरत जहां पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए थाने आई थीं, जहां सब इंस्पेक्टर की पिस्टल की गोली उन्हें लगी

क्विंट हिंदी
न्यूज
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<div class="paragraphs"><p>अलीगढ़: जिंदगी से जंग हार गई इशरत जहां, थाने में हुई थी गोली का शिकार</p></div>
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अलीगढ़: जिंदगी से जंग हार गई इशरत जहां, थाने में हुई थी गोली का शिकार

(फोटो- क्विंट हिंदी)

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पांच दिन तक मौत से जूझने के बाद 55 वर्षीय इशरत जहां जिंदगी से जंग हार गईं. पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए उत्तर प्रदेश अलीगढ़ (Aligarh) के थाना कोतवाली नगर पहुंची इशरत सब इंस्पेक्टर मनोज शर्मा की पिस्टल से चली गोली का शिकार हो गई थी. गंभीर स्थिति में उनको तुरंत अस्पताल ले जाया गया और 5 दिन तक चले इलाज के बाद 13 दिसंबर की शाम इशरत को मृत घोषित कर दिया गया. आरोपी सब इंस्पेक्टर मनोज शर्मा अभी भी फरार हैं और पुलिस का कहना है कि आरोपी पुलिसकर्मी के ऊपर ₹20,000 का इनाम घोषित किया गया है.

क्या है पूरा मामला?

कोतवाली नगर क्षेत्र के रहने वाली इशरत जहां अपने बेटे ईशान अहमद के साथ 8 दिसंबर को पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए स्थानीय थाने पहुंची थी. घटना के वायरल सीसीटीवी फुटेज में थाने का मुंशी पिस्तौल लेकर SI मनोज शर्मा को देता है. सीसीटीवी वीडियो में SI शर्मा उस पिस्टल को कॉक करते हुए दिखते हैं. चंद सेकंड बाद उस पिस्टल से गोली चल जाती है जो सामने खड़ीं इशरत जहां के सिर में लगती है और वह जमीन पर गिर जाती हैं.

ईशान ने लिखित शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उनके द्वारा आग्रह किया गया कि उनकी मां वृद्ध और शुगर की मरीज है और उनका पासपोर्ट वेरिफिकेशन जल्दी करा दिया जाए. आरोप है कि SI शर्मा ने उग्र होकर अपनी पिस्तौल इशरत जहां की तरफ तान कर फायर कर दिया. गोली सीधे इशरत के सिर में लगी. परिजनों की तहरीर पर कोतवाली नगर में आरोपी SI शर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया था.

घटना की सूचना मिलते ही अलीगढ़ एसएसपी कलानिधि नैथानी समेत बड़ी संख्या में वरिष्ठ पुलिसकर्मी और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई. आनन फानन में गंभीर रूप से घायल इशरत को जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. 5 दिन तक चले इलाज के बाद इशरत ने दम तोड़ दिया. घटना के बाद पीड़िता के परिजनों ने मुआवजे के रूप में एक करोड़ रुपए, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और आरोपी पुलिसकर्मियों के बर्खास्तगी की मांग उठाई है.

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मुख्य आरोपी फरार, ₹20000 का इनाम

पुलिस थाने के अंदर घटित हुई इस घटना को 5 दिन से ज्यादा का समय हो गया है और स्थानीय पुलिस अभी भी आरोपी सब इंस्पेक्टर मनोज शर्मा को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. वरिष्ठ अधिकारियों की माने तो आरोपी पुलिस वाले के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट (NBW) जारी हो गया है. उसकी गिरफ्तारी पर ₹20,000 का इनाम भी रखा गया है.

13 दिसंबर को देर रात अलीगढ़ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैधानी की तरफ से जारी बयान में इशरत जहां की मौत पर आधिकारिक पुष्टि की गई. उन्होंने आगे बताया कि इस मामले में थाने के एक मुंशी को गिरफ्तार किया गया है.

"आरोपी मुंशी को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया तथा माननीय न्यायालय द्वारा आरोपी दारोगा मनोज शर्मा के विरुद्ध गैर जमानती वारन्ट जारी किया गया, तथा उस पर ₹20,000 का इनाम रखा गया है. पैनल द्वारा पोस्टमार्टम करते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है. पुलिस पीड़ित परिवार के साथ है, मौके पर शांति है."

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