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अमरनाथ में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या 16 तक पहुंच गई। रविवार को भी मलबे में दबे लोगों की तलाश जारी है, अब तक 15,000 यात्रियों को बचाया जा चुका है।
अधिकारियों ने बताया कि 15,000 फंसे हुए यात्रियों को बचा लिया गया है और उन्हें पंचतरनी में स्थानांतरित कर दिया गया है। 35 घायल तीर्थयात्रियों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि 17 का अभी भी इलाज चल रहा है।
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने कहा, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसकेआईएमएस) श्रीनगर का दौरा किया, जहां घायलों का इलाज चल रहा है।
बचाव अभियान के लिए पर्वतीय बचाव दल और डॉग स्क्वॉड की टीम को तैनात किया गया हैं।
सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ और पुलिस के समन्वय से काम कर रहे यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और लोगों को मलबे से निकाला जा रहा है।
वायुसेना, सेना और बीएसएफ के 8 हेलीकॉप्टर राहत एवं बचाव कार्य में लगे हैं।
अधिकारियों ने बताया है कि 16 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 40 अब भी लापता हैं।
अधिकारियों ने कहा, बाढ़ वाली जगह पर जमा हुआ मलबा पवित्र गुफा तक जाने के रास्ते को अवरुद्ध कर रहा है। यात्रा शुरू होने से पहले इसे साफ करना होगा।
उपराज्यपाल ने शनिवार शाम श्रीनगर में अपनी अध्यक्षता में हुई एक बैठक में राहत एवं बचाव अभियान की समीक्षा की।
--आईएएनएस
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