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समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे बलिया के कद्दावर नेता अम्बिका चौधरी का अब बहुजन समाज पार्टी में दम घुटने लगा है, वह अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं और समाजवादी पार्टी में वापसी तय है। बेटे के समाजवादी पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित होते ही अम्बिका चौधरी को अपने कद का पता चला है। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
मायावती को भेजे इस्तीफे में पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने कहा कि वर्ष 2019 को लोकसभा चुनाव के बाद से पार्टी में उन्हें कोई दायित्व नहीं दिया जा रहा है। ऐसा लग रहा है कि पार्टी में मैं उपेक्षित और अनुपयोगी हो गया हूं। मेरे पुत्र को सपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी बनाया है। इसलिए मैंने अपना इस्तीफा मायावती को भेज दिया है। सपा सूत्रों की मानें तो एक-दो दिन में अंबिका चौधरी भी सपा की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।
मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले अम्बिका चौधरी 2017 का विधानसभा और 2019 का लोकसभा चुनाव बसपा के टिकट पर लड़े थे। दोनों में उन्होंने हार झेली।
सपा ने अम्बिका चौधरी के बेटे आनंद चौधरी को बलिया से जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित किया है। आनंद चौधरी ने बलिया में जिला पंचायत सदस्य पद पर बसपा के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में वार्ड नम्बर 45 से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।
बेटे के चुनाव जीतने के बाद से ही अम्बिका चौधरी के सुर बदलने लगे। इसी दौरान समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष राजमंगल यादव ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के निर्देश पर आनंद चौधरी को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया। बेटे के सपा से प्रत्याशी घोषित होने के बाद अम्बिका चौधरी ने बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती के पास अपना इस्तीफा भेज दिया। माना जा रहा है कि अम्बिका चौधरी की जल्द फिर से सपा में वापसी हो जाएगी।
--आईएएनएस
विकेटी/एएनएम
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