advertisement
सीरिया में हुए केमिकल हमले के बाद अमेरिका ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की है. अमेरिका ने सीरीयाई एयरबेस पर 59 टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें से हमला किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसमें करीब 30 बच्चे और 20 महिलाओं समते लगभग 100 लोग मारे जा चुके हैं.
वहीं न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति ने खुद कहा, "मैंने ही सीरिया के उन एयरबेसों पर हमला करने के लिए कहा जहां से केमिकल अटैक किए गए थे.”
दरअसल, संवाददाताओं ने मंगलवार को व्हाइट हाउस द्वारा जारी उस बयान के बारे में सवाल किया था, जिसमें रासायनिक हमले को बराक ओबामा सरकार की कमियों का परिणाम बताया गया था.
उत्तर-पश्चिमी सीरिया में निशाना बनाकर किए गए संदिग्ध हमले पर पूरी दुनिया के नेताओं ने हैरानी और गुस्सा जताया है. सीएनन की रिपोर्ट के मुताबिक, कार्यकर्ताओं ने कहा है कि कई बच्चों सहित दर्जनों लोगों की मौत के लिए सीरिया की सरकार जिम्मेदार है, जिसके कारण संयुक्त राष्ट्र को बुधवार को सुरक्षा परिषद की एक निर्धारित सत्र की जगह एक आपात बैठक करनी पड़ी.
वहीं, असद की सेना ने रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल से इनकार किया है और इस त्रासदी के लिए विद्रोहियों को जिम्मेदार बताया है. सीरिया के सबसे मजबूत सहयोगी रूस ने कहा है कि उस इलाके के आसपास भी उसके युद्धक विमान नहीं फटके हैं. ट्रंप के विदेश सचिव रेक्स टिलरसन ने कहा कि इस बात पर हमें कोई संदेह नहीं कि इस खौफनाक हमले के लिए राष्ट्रपति असद के नेतृत्व वाली सीरिया सरकार जिम्मेदार है.
ट्रंप सरकार ने रूस से असद सरकार को दिए जा रहे लगातार समर्थन पर 'गंभीरतापूर्वक विचार करने' का आह्वान किया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)