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पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत गृह मंत्री अमित शाह कैराना से करने जा रहे हैं. साल 2016 में इसी कैराना से हिंदुओं के पलायन का आरोप लगाते हुए भाजपा के तत्कालीन सांसद हुकुम सिंह ने उस समय की सपा सरकार और तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर बड़ा राजनीतिक हमला बोला था. कैराना से पलायन का यह मामला प्रदेश का एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया था.
विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद अमित शाह पहली बार उत्तर प्रदेश के चुनावी दौरे पर जा रहे हैं. शनिवार को बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और स्टार प्रचारक अमित शाह शामली के कैराना में पार्टी के लिए डोर टू डोर प्रचार करते नजर आएंगे. बताया जा रहा है कि घर-घर संपर्क अभियान के तहत लोगों से सीधी बातचीत करने के लिए कैराना जा रहे शाह पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात कर सकते हैं. बीजेपी ने अपने दिवंगत पूर्व सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को कैराना से उम्मीदवार बनाया है.
इसके बाद शाह शामली में बागपत और शामली के पार्टी पदाधिकारियों, उम्मीदवारों और चुनावी अभियान में जुटे नेताओं एवं कार्यकतार्ओं के साथ बैठक कर जमीनी चुनावी हालात का जायजा भी लेंगे और चुनावी रणनीति को लेकर अहम निर्देश भी देंगे.
इसके बाद शाह मेरठ पहुंचकर शाम साढ़े 5 बजे शहर के प्रबद्ध समाज के व्यक्तियों के साथ बातचीत भी करेंगे.
आपको बता दें कि, चुनाव आयोग के गाइडलाइन्स का पूरी तरह से पालन करते हुए अमित शाह ने उत्तर प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों तक पहुंचने की योजना बनाई है. शाह इस बार के अपने चुनावी अभियान की शुरूआत शनिवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कैराना से करने जा रहे हैं. शनिवार को शाह बहुसंख्यक समुदाय के मतदाताओं को राजनीतिक संदेश देने के साथ-साथ किसानों और जाटों को भी पार्टी के पक्ष में गोलबंद करने की कोशिश करेंगे.
आने वाले दिनों में भी शाह प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा कर पार्टी पदाधिकारियों और उम्मीदवारों के साथ बैठक करेंगे, जिले के प्रबद्ध समाज के व्यक्तियों के साथ चर्चा करेंगे और चुनाव आयोग के निदेशरें के मुताबिक छोटी-छोटी जनसभाएं या डोर टू डोर प्रचार करेंगे.
--आईएएनएस
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