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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बुधवार, 26 अक्टूबर को एक ऐसा बयान दिया जिसपर शायद राजनीतिक गलियारे में हलचल मच सकती है. केजरीवाल ने अपने बयान में कहा कि भारतीय नोटों पर हिंदू देवी-देवता लक्ष्मी और गणेश की तस्वीरों को शामिल किया जाना चाहिए. केजरीवाल के बयान पर बीजेपी ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर उनके कथित हिंदुत्व कार्ड पर पलटवार किया.
केजरीवाल ने कहा कि हम सब ने दिवाली पर लक्ष्मी जी और गणेश जी का पूजन किया. "हम सब लोगों ने भगवान से सुख शांति के लिए प्रार्थना की, हम सब लोगों ने परिवार के लिए देश की समृद्धि के लिए प्रार्थना की. हम ये भी देखते हैं कि सभी व्यापारी अपने-अपने ऑफिस में भगवान गणेश और लक्ष्मी जी की तस्वीर रखते हैं और सुबह काम शुरू करने से पहले पूजा करते हैं." उन्होंने कहा कि
उन्होंने आगे कहा कि "अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए आगे तरक्की देने के लिए बहुत सारी कोशिशों की जरूरत है लेकिन इसके साथ-साथ देवी देवताओं के आशीर्वाद की भी जरूरत है. हमारी करेंसी पर गणेश जी की और लक्ष्मी जी की तस्वीर होगी तो देश और अर्थव्यवस्था को उनका आशीर्वाद मिलेगा."
दिल्ली में MCD चुनावों पर केजरीवाल ने कहा कि "असुरी शक्तियां जनता की आवाज दबा नहीं सकती हैं. जनता ने हमें स्कूल-अस्पताल की जिम्मेदारी दी, हमने वो ठीक कर दिए. अब दिल्ली की जनता हमें सफाई की जिम्मेदारी देना चाहती है.'
केजरीवाल के बयान पर बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि "देवी-देवताओं के अपमान के बाद केजरीवाल हिंदू बनने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने राम मंदिर की जगह अस्पताल बनाने की बात कही थी. मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा पहले से ही भारत पर है."
सबित पात्रा ने आगे कहा कि "अरविंद केजरीवाल जो थोड़े दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कह रहे थे कि अगर गलती से आपने दिवाली मना ली तो आपको जेल में डाला जाएगा, आज वे अचानक लक्ष्मी जी और गणेश जी के विषय में बोलते हुए पाए जा रहे हैं."
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