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आर्यन खान (Aryan Khan) को मुंबई ड्रग्ज मामले में NCB- नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की तरफ से क्लिन चिट मिल गई है. एनसीबी के डीडीजी (ऑपरेशन) संजय कुमार सिंह ने अपने बयान में कहा कि आर्यन खान और मोहक जसवाल को छोड़कर सभी आरोपी व्यक्तियों के पास नारकोटिक्स पाया गया है. सरकार ने इस घटिया जांच के लिए एनसीबी के समीर वानखेड़े के खिलाफ कार्रवाई का आदेश भी दिया है.
इस मामले पर राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) ने कहा कि, "जो आर्यन खान पर इस पूरे मामले में गहरा असर पड़ा है उसके लिए कौन जिम्मेदार है." एनसीपी ने अपने बयान में आगे कहा कि, "एनसीबी के तत्कालीन जोनल निदेशक समीर वानखेड़े इस देश के लोगों के प्रति जवाबदेह थे."
एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि, "एनसीबी का आर्यन खान को क्लीन चिट देना साबित करता है कि महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक सही थे जब उन्होंने कहा था कि मामला फर्जी है."
उन्होंने कहा कि, "जिस तरह से छापे मारे गए और गवाहों की पहचान की गई मलिक ने उसकी आलोचना की थी. मलिक ने जो कुछ भी कहा वह सही है. गवाहों ने दावा किया था कि उन्हें कोरे कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया था और इसमें वित्तीय लेनदेन शामिल थे. समीर वानखेड़े इस देश के लोगों के लिए जवाबदेह हैं."
उन्होंने यह भी कहा कि, "मलिक ने वानखेड़े पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिससे दिल्ली के कुछ शक्तिशाली लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. आज सच बोलने की कीमत मलिक चुका रहे हैं."
कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंधे ने कहा कि "आखिरकार सच्चाई की जीत हुई है. हम पहले दिन से कह रहे थे कि यह मामला महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार (शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की) को अस्थिर करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा था."
उन्होंने कहा, "अब उनके मुंह पर तमाचा लगा है... इस तरह के हथकंडे अपनाते रहने के बजाय बेहतर होगा कि बीजेपी अब यह जान ले कि उसे लोगों के कल्याण के लिए काम करना चाहिए."
शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने ट्वीट में कहा, "धोखाधड़ी पर तमाचा पड़ा है. बीजेपी की सेवा में काम करने वाले समाचार मीडिया चैनलों, बीजेपी अभिनेत्री-प्रवक्ता, और वे जिन्होंने केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके महाराष्ट्र को बदनाम करने की कोशिश की. सत्य की जीत होती है. अब सीबीआई के सुशांत सिंह राजपूत पर क्लोजर रिपोर्ट सौंपे जाने का इंतजार है."
इस मामले की वजह से सोशल मीडिया पर तीखी बहस शुरू हो गई है. कई यूजर्स ने एनसीबी की आलोचना की और इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए. वहीं इस पूरे मामले में अभी तक किसी भी प्रमुख बीजेपी नेता ने प्रतिक्रिया नहीं दी है.
बता दें कि, आर्यन खान को इस मामले में एनसीबी ने पिछले साल 3 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था और जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा किया गया था. वानखेड़े के नेतृत्व में एनसीबी की एक टीम ने क्रूज पर छापा मारा था, जिसके बाद आर्यन खान सहित 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
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