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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता आजम खान (Azam Khan) के कई ठिकानों पर बुधवार, 13 सितंबर की सुबह से इनकम टैक्स (IT) विभाग की रेड चल रही है. IT विभाग की कार्रवाई रामपुर से लेकर लखनऊ तक जारी है. बताया जा रहा है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के निशाने पर आजम खान का अल जौहर ट्रस्ट भी है. आजम खान के अलावा अल जौहर ट्रस्ट से जुड़े 11 लोगों पर भी आईटी की छापेमारी चल रही है. इसमें एक नाम आजम खान के करीबी विधायक नसीर अहमद खान का भी है.
ये छापेमारी रामपुर, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर, सीतापुर, लखनऊ और MP के विदिशा में चल रही है. रामपुर में IT की बड़ी टीम छापेमारी में जुटी है. सुबह-सुबह आईटी की टीम रामपुर में आजम खान के आवास पर पहुंची. जिसके बाद हड़कंप मच गया. बता दें कि की जिन ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है, वहां बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है.
IT की टीम ने लखनऊ में आजम खान के वकील मुश्ताक अहमद सिद्दीकी के घर पर छापा मारा है. सुबह से ही कार्रवाई चल रही है. इसके आलावा सिद्दीकी से इनकम टैक्स की टीम लगातार पूछताछ भी कर रही है.
वहीं इनकम टैक्स की टीम ने रामपुर बिजली विभाग के रिटायर्ड अधिकारी जाकी सिद्दीकी के नौचंदी थाना क्षेत्र के भवानी नगर स्थित आवास पर भी छापा मारा है. जाकी सिद्दीकी आजम खान के करीबी बताए जाते है.
पूर्व राज्यसभा सांसद और समाजवादी पार्टी के दिवंगत नेता चौधरी मुनव्वर सलीम के विदिशा स्थित आवास पर यूपी पुलिस सहित ईडी ने छापा मारा है. स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ यूपी पुलिस सहित ईडी की टीम आवास पर मौजूद है.
फिलहाल मामले की जानकारी सार्वजनिक नही की गई है. साथ ही टीम किसी प्रकार का कोई बयान देने से बच रही है. दिवंगत नेता मुनव्वर सलीम आजम खान के करीबी बताए जाते है. मुनव्वर सलीम 2012 से 2018 तक राज्यसभा एमपी थे.
एसपी प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने पीटीआई से कहा, "सरकार में बैठे लोग घोसी की हार से हताशा में ये कदम उठा रहे हैं. इस तरह से छापेमारी करके डराया जा रहा है. सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. यह पूरा देश देख रहा है. चाहे ईडी छापा मारे या आईटी इनसे कुछ हासिल होने वाला नहीं है."
समाजवादी नेता आजम खान की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. बता दें कि आजम खान को हेट स्पीच मामले में सजा भी सुनाई जा चुकी है. जिसकी वजह से उनकी विधानसभा सदस्यता भी रद्द हो गई थी.
इसके अलावा आजम खान की रामपुर में मौलाना अली जौहर नाम की यूनिवर्सिटी भी जांच एजेंसियों के रडार पर है. इसी यूनिवर्सिटी को मौलाना मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट संचालित करता है. आरोप है कि आजम खान ने जौहर यूनिवर्सिटी को बनाने के लिए तमाम जमीन अधिग्रहण की थी.
अल जौहर ट्रस्ट के अध्यक्ष आजम खान हैं, उनकी पत्नी डॉक्टर तंजीन फातिमा इस ट्रस्ट की सचिव है. इस कमेटी में 11 सदस्य है. 2023 की शुरुआत में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अल जौहर ट्रस्ट को दी गई तीन एकड़ की जमीन का पट्टा रद्द कर दिया था. योगी सरकार ने आजम खान पर ट्रस्ट को लेकर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. आजम खान इस जमीन पर एक ट्रस्ट इंस्टीट्यूट बनाना चाहते थे. रामपुर की मौलाना मोहम्मद अली जोहर यूनिवर्सिटी इसी ट्रस्ट के अंतर्गत चल रही है.
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