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बेंगलुरु उपनगरों में भारी बारिश और शहर में पानी भर जाने के बाद नावों को तैनात किया गया है।
सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी, मराठाहल्ली, आउटर रिंग रोड, महादेवपुरा, व्हाइटफील्ड और बोम्मनहल्ली के आईटी हब क्षेत्र हैं।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि बेंगलुरू शहर में भारी बारिश हुई है, जिससे महादेवपुरा और बोम्मनहल्ली क्षेत्रों में 30 स्थानों को भारी नुकसान पहुंचा है। दोनों क्षेत्रों में आईटी पेशेवरों के घर होने के अलावा प्रमुख आईटी कंपनियां हैं।
उन्होंने कहा, राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) की दो टीमों को प्रत्येक टीम में 30 सदस्यों के साथ प्रभावित स्थानों पर भेजने के निर्देश जारी किए गए हैं। अधिकारियों को सड़कों से पानी निकालने के लिए कहा गया है। जो भी तय किया जाएगा वह योजना के अनुसार लागू किया जाएगा।
पिछले 10 दिनों से भी ज्यादा समय से हो रही भारी बारिश का कहर आईटी और बीटी कंपनी के कर्मचारियों को झेलना पड़ रहा है। हजारों पेशेवर अपने कार्यस्थलों तक नहीं पहुंच पाए। बाहरी रिंग रोड खंड की प्रमुख कंपनियों ने जलजमाव की बड़ी समस्या के बाद अपने कर्मचारियों को अपने घरों से काम करने के लिए कहा है।
सड़कों पर पानी भर जाने से सार्वजनिक परिवहन में आने वाले तकनीकी विशेषज्ञों को कई किलोमीटर चलने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि बसें यातायात में फंस गई थीं। निजी वाहन लेने वाले भी घंटों जाम में फसे रहे।
वरथुर में बालगेरे-पनाथुर मार्ग नदी में बदल गया क्योंकि तूफानी जल निकासी अवरुद्ध है। इलाके के अपार्टमेंट के निवासियों को नावों से निकाला गया।
उन्होंने सोमवार को यहां विधान सौध में संवाददाताओं से कहा, मैं स्थिति का आकलन करने के लिए शिक्षक दिवस समारोह के तुरंत बाद मांड्या के लिए रवाना हो रहा हूं।
उन्होंने कहा कि बीडब्ल्यूएसएसबी के अध्यक्ष, इंजीनियर, शहरी विकास विभाग के सचिव को पहले ही यूनिट में भेजा जा चुका है। मांड्या जिले के अधिकारी पंपिंग स्टेशन से पानी निकालने में लगे हैं। शाम तक स्थिति नियंत्रण में आने की उम्मीद है। तकनीकी टीम मशीनरी को फिर से चालू करने के लिए इमरजेंसी मोड पर काम कर रही है। उन्होंने आगे कहा, मैं दौरा करूंगा और आवश्यक निर्देश दूंगा।
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