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बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी इस साल छठ नहीं मनाएंगी. वह अपने बड़े बेटे तेज प्रताप के पत्नी एश्वर्या को तलाक देने के फैसले से दुखी हैं.
तेज प्रताप ने चेतावनी दी है कि वह तब तक घर नहीं लौटेंगे, जब तक उनके माता-पिता उनके फैसले का समर्थन नहीं करेंगे. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के विधायक भोला यादव ने शनिवार को कहा, "राबड़ी देवी इस साल छठ नहीं मनाएंगी, क्योंकि तेज प्रताप के पिछले एक सप्ताह से पटना से गायब रहने से परिवार दूर हैं." भोला यादव आरजेडी प्रमुख लालू यादव परिवार के करीबी माने जाते हैं.
भोला यादव ने कहा कि रावड़ी देवी तेज प्रताप के उस कथित बयान से दुखी हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि वह तब तक घर नहीं लौटेंगे जब तक उनके माता-पिता उनके फैसले पर सहमति नहीं जताएंगे. उन्होंने स्वीकार किया कि परिवार तेज प्रताप को जल्द घर वापस आने के लिए समझाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली है.
पार्टी के नेताओं के मुताबिक, तेज प्रताप कुछ दिन पहले वाराणसी की यात्रा करने के बाद हरिद्वार में पड़ाव डाले हुए थे.
बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप पिछले सप्ताह अपने पिता लालू यादव से जेल में मिलने के बाद से घर वापस नहीं आए हैं. वह अपनी पत्नी ऐश्वर्या को तलाक देने के अपने फैसले के बारे में बात करने के लिए पिता के पास गए थे.
तेज प्रताप की शादी छह महीने पहले आरजेडी नेता और पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या के साथ 12 मई को पटना में हुई थी. तेज ने मानसिक क्रूरता का हवाला देते हुए 2 नवंबर को पटना की सिविल कोर्ट में तलाक की याचिका दायर की है.
राबड़ी देवी के छठ नहीं मनाने के फैसले से लोगों को बिहार के सबसे प्रसिद्ध लोकपर्व का उत्सव इस बार पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित विशाल बंगले में देखने को नहीं मिलेगा. पिछले साल राबड़ी ने कहा था कि वह अपने दोनों बेटों तेज प्रताप और तेजस्वी की शादी के बाद ही छठ मनाएंगी.
(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)
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