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बिहार के गोपालगंज में पिछले 23 दिनों में करीब पांच करोड़ रुपये नकद पकड़े जाने के बाद पुलिस अब इसकी तहकीकात कई कोणों से कर रही है. नकद को लेकर गोपालगंज की पुलिस की जांच का दायरा बिहार के अलावे तीन अन्य राज्यों तक जा पहुंचा है. इसके अलावा आयकर विभाग भी इन रुपयों को लेकर जांच कर रहा है.
गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार इसकी जांच के लिए एक विशेष टीम बना दी है जो मामले की जांच कर रही है.
दरअसल, गोपालगंज पुलिस उत्तर प्रदेश सीमा पर पुलिस शराब तस्करों की टोह में लगातार तलाशी अभियान चलाती रही है. पिछले रविवार को भी वाहनों की तलाशी ली जा रही थी कि कुचायकोट थाना पुलिस ने एक कार से साढ़े तीन करोड़ रुपये बरामद किए. कैश के साथ पकड़े गए दो युवकों को भी हिरासत में ले लिया गया. दोनों युवक मुकेश और राकेश बीकानेर के बताए गए. ये सभी रुपये कार में खुफिया रूप से बनाए गए तहखाने में रखी हुई थी.
पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि यह रकम लखनऊ से चली थी और इसको बिहार के रास्ते पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी लेकर जाना था.
सूत्र बताते हैं कि टेरर फंडिग, हवाला कारोबार और टैक्स चोरी इन तीनों बिंदुओं से जोड़कर जांच की जा रही है.
गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक आनंद कहते हैं कि बिहार के अलावा तीन अन्य राज्यों में भी जांच का दायरा बढ़ाया गया है. उन्होंने बताया कि जांच के बाद ही सही कारणों का पता चल सकेगा.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले छह मार्च को फुलवरिया थाना क्षेत्र के श्रीपुर में भी तलाशी के दौरान एक कार में छिपाकर ले जाए जा रहे 1,49,50,000 रुपये नकद बरामद किए गए थे. इस मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इस मामले की भी जांच चल रही है.
पुलिस लगातार बड़ी रकम मिलने के बाद सतर्क भी है. सूत्रों का कहना है कि जांच के बाद कोई बड़ा खुलासा भी हो सकता है.
--आईएएनएस
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