Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019बीसीसीआई ने वाडेकर के निधन पर शोक जताया

बीसीसीआई ने वाडेकर के निधन पर शोक जताया

बीसीसीआई ने वाडेकर के निधन पर शोक जताया

IANS
न्यूज
Published:
बीसीसीआई ने वाडेकर के निधन पर शोक जताया
i
बीसीसीआई ने वाडेकर के निधन पर शोक जताया
null

advertisement

मुंबई, 16 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अजीत वाडेकर के निधन पर शोक जताया। वाडेकर का 15 अगस्त को मुंबई में निधन हो गया था। वह 77 साल के थे।

आक्रामक बल्लेबाज के रूप में पहचाने जाने वाले वाडेकर की कप्तानी में भारत ने 1971 में पहली बार इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज जीती थी। उनके ही नेतृत्व में 24 अगस्त 1971 को भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 4 विकेट से हराया था। यह इंग्लैंड की धरती पर भारत की पहली टेस्ट जीत थी।

इससे पहले 1968 में न्यूजीलैंड दौरे पर भारतीय टीम के लिए पहले टेस्ट मैच में वाडेकर ने दोनों पारियों में (80 और 71) सबसे अधिक रन बनाए थे। इस मैच में भारत ने पांच विकेट से जीत हासिल की थी। इसके बाद वेलिंग्टन में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में वाडेकर की ओर से खेली गई शानदार 143 रनों की पारी के दम पर भारत ने टेस्ट सीरीज में दूसरा मैच जीता था।

वाडेकर की बदौलत भारत ने चौथे टेस्ट मैच में बाजी मारते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज 3-1 से अपने नाम की।

भारत सरकार ने वाडेकर को 1967 में अर्जुन पुरस्कार से नवाजा था। इसके बाद 1972 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। बीसीसीआई ने उन्हें 2011 में सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से नवाजा।

उनके निधन पर शोक जताते हुए बीसीसीआई के सचिव अमिताभ चौधरी ने कहा, उनके निधन ने एक बड़ा खालीपन छोड़ दिया है। पहले एक बल्लेबाज और उसके बाद एक कप्तान के रूप में उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊचाइंयों तक पहुंचाया। इसके बाद उन्होंने एक कोच, प्रबंधक और चयनसमिति के चेयरमैन के रूप में क्रिकेट जगत में अपना योगदान जारी रखा।

बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने कहा, वाडेकर को हमेशा भारतीय क्रिकेट को पुन:जीवनदान देने वाले व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा। उस समय वेस्टइंडीज और इंग्लैंड बेहद मजबूत टीमें थीं और उन टीमों को हरा पाना असंभव था। वाडेकर के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट ने इस असंभव को संभव कर दिखाया। इस उपलब्धि के बाद से भारतीय क्रिकेट का विकास होता रहा।

(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT