Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019गोवा में भाजपा को साधारण बहुमत मिलने का अनुमान -सर्वे

गोवा में भाजपा को साधारण बहुमत मिलने का अनुमान -सर्वे

40 सदस्यीय गोवा विधानसभा के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा

IANS
न्यूज
Published:
i
null
null

advertisement

एबीपी-सीवोटर बैटल फॉर स्टेट्स सर्वे के अनुसार, गोवा में होने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 32 फीसदी वोट शेयर के साथ साधारण बहुमत मिलने का अनुमान है, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) के 23 प्रतिशत वोट के साथ मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में उभरने का अनुमान है.

40 सदस्यीय गोवा विधानसभा के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा, जबकि मतों की गिनती 10 मार्च को होगी.

सर्वेक्षण के लिए नमूना आकार तटीय राज्य की सभी 40 विधानसभा सीटों में 3,970 था.

पूर्व प्रमुख दावेदार कांग्रेस को 19 प्रतिशत से थोड़ा अधिक वोट शेयर मिलने का अनुमान है. वोट शेयर से यह स्पष्ट है कि गोवा एक विभाजित जनादेश की ओर बढ़ रहा है, जिससे आखिरकार भाजपा को फायदा पहुंच सकता है.

ट्रैकर के आखिरी कुछ राउंड में हुए वोट और सीट घटने को देखते हुए भाजपा ने गोवा में फिर से एकजुट होना शुरू कर दिया है. इस समय इसे 21 सीटें जीतने का अनुमान है. आप ने आश्चर्यजनक रूप से अपनी स्थिति संभाली है और कांग्रेस की अनुमानित 6 सीटों की तुलना में 7 सीटें जीतने की उम्मीद है.

राज्य में सत्ता विरोधी लहर भाजपा की किस्मत को डुबोने के लिए पर्याप्त है. हालांकि, राज्य कांग्रेस की अक्षमता और आप की बेहतर नींव ने सत्ता विरोधी वोटों को विभाजित कर दिया है, जिससे भाजपा लाभप्रद स्थिति में आ गई है.

इस परिदृश्य में स्टेबलाइजर अन्य छोटे दल होंगे, जिन्हें इस समय 26 प्रतिशत वोट शेयर और 6 सीटें जीतने का अनुमान है. पिछली विधानसभा की तरह त्रिशंकु विधानसभा की इस बार कम संभावना है. सरकार के गठन में कुछ जोड़-तोड़ हो सकती है.

भाजपा के मौजूदा मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत 34 प्रतिशत अनुमोदन के साथ गोवा के लोगों के बीच मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे लोकप्रिय नेता हैं. दूसरे स्थान पर आप के अज्ञात नेता को 19 फीसदी की मंजूरी मिली है. कांग्रेस के दिगंबर कामत 9 प्रतिशत अनुमोदन के साथ उनके सबसे लोकप्रिय नेता हैं.

यदि आप इस समय बिना किसी चेहरे के अच्छा कर रही है, तो क्या उसे एक मजबूत नेता पेश करने से लाभ होगा? गोवा में आप के लिए सीटों और वोटों के स्थिर रुझान से इस सवाल का बेहतर जवाब मिलता है. मजबूत नेतृत्व का अभाव शायद अधिक मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में बाधा बन रहा है.

ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के गोवा में प्रवेश को लेकर चर्चा शुरू है. एमजीपी के साथ उसका गठबंधन अभी भी लगभग 8 प्रतिशत वोट शेयर के साथ मारा गया है, लगभग 5.5 प्रतिशत ने एमजीपी के लिए अपना समर्थन दिखाया और मुश्किल से 2.5 प्रतिशत ने तृणमूल के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया.

तथ्य यह है कि तृणमूल के साथ गठबंधन की घोषणा के बाद हाल के महीनों में एमजीपी प्रमुख सुदीन धवलीकर की लोकप्रियता 8 प्रतिशत से घटकर 5 प्रतिशत रह गई है.

तथ्य यह है कि आप के अनाम चेहरे को चुनावों में 19 प्रतिशत का समर्थन मिल रहा है, यह दर्शाता है कि आप गोवा में अब स्थानीय पार्टी के रूप में मजबूत हो गई है. विडंबना यह है कि यह तृणमूल की प्रविष्टि है, जिसने एपीपी के बाहरी टैग को हटाने में मदद की है.

राज्य में कांग्रेस की गतिविधियों में मंदी अजीब है. अधिकांश नेताओं ने पहले ही पार्टी छोड़ दी है, फिर भी उसके पास अभी भी लगभग 20 प्रतिशत वोट हैं, जिनमें मुख्य रूप से अल्पसंख्यक शामिल हैं. यह उम्मीदवार के चयन पर निर्भर करेगा कि क्या वे वास्तव में अपने वोट शेयर को दो पायदान ऊपर ले जा सकते हैं.

वोटों के मामले में कांग्रेस को जो भी नुकसान होगा, उससे आप को सीधा फायदा होगा. इसका वोट शेयर लगभग 23 प्रतिशत पर स्थिर हो गया है और यह सब स्थानीय उम्मीदवारों पर निर्भर करता है कि क्या आप इस आधार को जीतने योग्य वोट शेयर में बदल सकती है.

विडंबना यह है कि विपक्ष का बंट जाना ही भाजपा की मदद कर रहा है. अगर गोवा में प्रमुख विपक्षी दल एकजुट हो जाएं, तो भाजपा के लिए खेल खत्म हो सकता है.

--आईएएनएस

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT