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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लागू करने का विरोध कर एमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी अपने उन करीबी लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्होंने पाकिस्तान से अवैध रूप से भारत में घुसपैठ की थी।
सीएए, एनआरसी और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को वापस लेने की मांग करते हुए ओवैसी ने तीन कानूनों को लागू किए जाने के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध की धमकी दी है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने आईएएनएस से कहा, सभी को पता होना चाहिए कि पाकिस्तान से ओवैसी के करीबी सहयोगी देश में अवैध रूप से घुसे थे और अब वह उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ओवैसी जानते हैं कि एनआरसी लागू होने से ये अवैध घुसपैठिए पकड़े जाएंगे और देश के सामने उनका पर्दाफाश किया जाएगा। पहले वह इस तरह के कृत्यों का समर्थन करते थे और अब अवैध निवासियों की रक्षा के लिए ऐसा कर रहे हैं।
सिद्दीकी का दावा है कि अधिकांश मुसलमान सीएए के साथ-साथ एनआरसी लागू करने के पक्ष में हैं।
उन्होंने कहा, राष्ट्रवादी मुसलमानों का विचार है कि एनआरसी को लागू किया जाना चाहिए, ताकि देशभक्तों की पहचान की जा सके। देश के राष्ट्रवादी मुसलमान भी सीएए को लागू किए जाने के पक्ष में हैं। मुसलमान भी जानना चाहते हैं कि इस देश के निवासी कौन हैं और कौन नहीं।
सिद्दीकी ने कहा, मुसलमान सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध के पीछे ओवैसी और अन्य जैसे लोगों की मंशा भी जानते हैं।
तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के केंद्र के फैसले की तर्ज पर सीएए, एनआरसी और एनपीआर को वापस लेने की ओवैसी की मांग पर सिद्दीकी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा किसानों की मन की बात सुनते हैं। वह उन लोगों के लिए सजा सुनिश्चित करेंगे, जिनकी देश के प्रति मंशा ईमानदार नहीं है।
सिद्दीकी ने यह भी आरोप लगाया कि ओवैसी देश में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ओवैसी अपने दुर्भावनापूर्ण इरादे से न केवल सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ रहे हैं, बल्कि देश में आंतरिक अशांति भी पैदा कर रहे हैं। वह अवैध निवासियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जो उनका समर्थन करते हैं। वह दुर्भावनापूर्ण एजेंडे में सफल नहीं होंगे। देश में कोई भी उनके विचारों का समर्थन नहीं करता।
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