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राज्य में वर्ष 2018 में हुए विधानसभा के चुनाव में भाजपा को कांग्रेस के हाथों हार का सामना करना पड़ा था और पार्टी को सत्ता से बेदखल होना पड़ा था। यह भाजपा के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं था, मगर वर्ष 2020 की शुरूआत से हीं पार्टी की स्थितियां बदलने लगी। पहले सत्ता में भाजपा की वापसी हुई और उसके बाद विधायक संख्या भी तेजी से बढ़ी।
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर पर गौर करें तो 230 विधायकों के सदन में भाजपा सिर्फ 109 स्थानों पर ही जीत हासिल कर सकी थी। बीते लगभग ढ़ाई साल में भाजपा के विधायकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और अब बीजेपी के पास 130 विधायक हैं।
पार्टी की बढ़ती ताकत को लेकर भाजपा के कई नेता प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को पार्टी का शुभंकर करार दे चुके हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि शर्मा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भाजपा की ताकत लगातार बढ़ी है।
भाजपा केा ढाई साल के पार्टी के फलसफे पर गौर करें तो एक बात साफ सामने आती है कि जहां पार्टी की सत्ता में वापसी हुई तो केंद्रीय मंत्री ज्येातिरादित्य सिंधिया उनकी पार्टी का हिस्सा बने। सिंधिया के साथ हजारों कार्यकर्ता पार्टी के साथ जुड़े।
राज्य में भाजपा के लिए मंगलवार का दिन भी काफी अहम रहा, क्योंकि तीन विधायकों ने पार्टी की सदस्यता ली। पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित समारोह में भिंड से बसपा विधायक संजीव कुशवाह, छतरपुर के बिजावर से सपा विधायक राजेश शुक्ला (बबलू) और सुसनेर से निर्दलीय विधायक विक्रम सिंह राणा ने भाजपा की सदस्यता ली।
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का लगातार विकास हो रहा है पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के नेतृत्व में पार्टी संगठन का प्रदेश में लगातार विकास हो रहा है।
--आईएएनएस
एसएनपी/एएनएम
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