Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019ब्रिटिश लिंग्वा की नई पहल-'न्यूजपेपर इंग्लिश'

ब्रिटिश लिंग्वा की नई पहल-'न्यूजपेपर इंग्लिश'

ब्रिटिश लिंग्वा की नई पहल-'न्यूजपेपर इंग्लिश'

IANS
न्यूज
Published:
ब्रिटिश लिंग्वा की नई पहल-
i
ब्रिटिश लिंग्वा की नई पहल-
null

advertisement

नई दिल्ली, 26 मई (आईएएनएस)| देश की प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्था ब्रिटिश लिंग्वा ने हाल ही में हिंदीभाषी छात्र-छात्राओं के लिए नए कोर्स की शुरुआत की है, जिसे नाम दिया है- 'न्यूजपेपर इंग्लिश'।

इस कोर्स के तहत छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी अखबार पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाता है। संस्था का तर्क है कि इससे प्रतियोगिता परीक्षाओं में हिंदीभाषी छात्रों के लिए अंग्रेजी विषय को समझना और इसमें बेहतर अंक प्राप्त करना आसान होगा। ब्रिटिश लिंग्वा के संस्थापक डॉ. बीरबल झा ने बताया कि 'न्यूजपेपर इंग्लिश' कोर्स शुरू करने का मुख्य उद्देश्य हिंदीभाषी छात्र-छात्राओं को प्रतियोगिता परीक्षा में अंग्रेजी के प्रश्नों को सहज और सरल ढंग से हल करने की बारीकियों को समझाना है। साथ ही अंग्रेजी भाषा के प्रति जागरूकता पैदा करना है।

प्रतियोगिता प्ररीक्षा की तैयारी कर रहे बिहार के राहुल कुमार ने बताया, इंग्लिश न्यूज पेपर में संपादकीय की भाषा कठिन होती है और इससे संबंधित प्रश्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। इसे डॉ. झा बहुत ही सरलता से समझाते हैं। जो हमारे लिए काफी लाभदायक सिद्ध हो रहा है।

बरेली के प्रशांत कुमार ने बताया, इस क्लास से केवल अंग्रेजी भाषा का ज्ञान ही नहीं बल्कि करेंट अफेयर को समझना सहज हो गया है 'न्यूज पेपर इंग्लिश' क्लास ज्वाइन करने से मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ गया है। साथ ही इसका लाभ मिलना शुरू हो गया है। न्यूज पेपर के माध्यम से भाषा सीखने का अनूठा प्रयास सराहनीये एवं दिलचस्प है, और यह कई मायनों में विशेष अर्थ रखता है।

डॉ. झा कहते हैं कि हर व्यक्ति को नियमित रूप से न्यूज पेपर पढ़ना चाहिए। इससे भाषाई लाभ तो होता ही है, साथ ही ज्ञान-विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी बढ़ती है।

विज्ञप्ति के अनुसार, डॉ. झा विगत 25 वर्षो से अंग्रेजी भाषा सिखाने एवं इसके लाभ को समाज के निचले स्तर तक पहुंचाने के लिए संघर्षरत हैं। दर्जनों किताबों के लेखक डॉ. झा की अगली किताब 'इंग्लिश फॉर सोशल जस्टिस इन इंडिया' शीघ्र ही प्रकाशित होने वाली है।

(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT