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लखनऊ, 13 मई 2018 (आईएएनएस/आईपीएन)। सूखाग्रस्त बुंदेलखंड में जल संसाधन की व्यवस्था न किए जाने को लेकर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। रालोद ने कहा कि बुंदेलखंड में सभी सांसद भारतीय जनता पार्टी के हैं, फिर भी विगत चार वर्षो में कोई व्यवस्था नहीं की गई। जनता बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है और ये लोग बेवजह धर्म की घुट्टी पिलाने में लगे हैं।
चौधरी अजित सिंह की पार्टी ने कहा कि केंद्र में सरकार बनते ही केंद्रीय कैबिनेट में तय हुआ था कि प्रतिवर्ष सांसद अपने क्षेत्र के एक गांव को गोद लेकर उसे विकसित करेंगे, लेकिन चार वर्ष बीत जाने के बाद भी बुंदेलखंड का एक भी गांव विकसित नहीं हो सका।
रालोद के प्रदेश प्रवक्ता सुरेंद्रनाथ त्रिवेदी ने आईपीएन से बातचीत में कहा कि देश की परम पवित्र नदी गंगा को निर्मल करने का बीड़ा केंद्र सरकार ने उठाया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस से ही सांसद हैं, फिर भी गंगा मैया की लगभग वैसी ही दशा है, जैसी चार वर्ष पहले थी।
उन्होंने कहा कि मोदी ने अपने प्रथम भाषण में कहा था कि उन्हें गंगा मां ने बुलाया है, लेकिन उनकी यह भावुकता भरी बात भी कोरा चुनावी स्टंट साबित हुआ।
रालोद नेता ने कहा कि नेपाल में मोदी बोल रहे हैं कि 'नेपाल के बिना हमारे धाम भी अधूरे और राम भी।' यह कहना कितना हास्यास्पद है, जबकि बनारस का काशी विश्वनाथ धाम महान ज्योर्तिलिंगों में से एक है और राम कण-कण में व्याप्त हैं। इसलिए अधूरे कहने पर उन्हें ग्लानि महसूस होनी चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।
रालोद प्रवक्ता ने कहा कि सत्ता के लिए धर्म का सहारा और झूठ की नाव पर सवार होकर 2014 की वैतरणी मोदी ने अवश्य पार कर ली, लेकिन आज की परिस्थतियों में देश की जनता ने उनके हर झूठ को पहचान लिया है और उन्हें भी 2019 के चुनाव में जनता झूठे आश्वासन देकर सत्ता से विदा कर देगी।
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