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लड़की ने चूहे मारने का जहर खा लिया और 12 दिनों तक जिंदगी से जूझने के बाद मंगलवार रात तिरुवन्नामलाई जनरल अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
तालाबंदी के दौरान अपने घर पर रहने वाली लड़की स्कूल लौट आई थी और 22 दिसंबर, 2021 को वह स्कूल में बेहोश हो गई। उसे हॉस्टल वार्डन शेम्बागवल्ली द्वारा पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने सूचित किया कि वह गर्भवती है।
पुलिस ने कहा कि प्रधानाचार्य कुमार गुरुबारन ने लड़की के माता-पिता को बुलाया और उन्हें गर्भवती होने की सूचना दिए बिना उसे उनके साथ घर वापस भेज दिया। 7 जनवरी को लड़की ने जहर खा लिया और उसे तिरुवन्नामलाई के अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उसकी जांच के बाद माता-पिता को सूचित किया कि वह छह महीने की गर्भवती है।
लड़की ने होश में आने पर डॉक्टरों को बताया कि उसके पड़ोसी हरिप्रसाद ने उसके साथ बार-बार दुष्कर्म किया। पुलिस ने हरिप्रसाद को हिरासत में ले लिया और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
हरिप्रसाद, कुमारगुरुबारन (51) और शेम्बागवल्ली (37) को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था और इन पर पोक्सो अधिनियम, भारतीय दंड संहिता और एससी/एसटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। बुधवार को इन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
--आईएएनएस
एसजीके
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