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पश्चिम बंगाल डाक विभाग ने चन्द्रयान-2 मिशन के उपलक्ष्य में शनिवार को एक स्मारक विशेष लिफाफा जारी किया।
यहां प्रधान डाक घर (जीपीओ) में एक कार्यक्रम में विशेष लिफाफा जारी किया गया।
कोलकाता के महा डाकपाल अमिताभ सिंह ने कहा, ‘‘यह विशेष लिफाफा हमारे अंतरिक्ष अनुसंधान को इस ऊंचाई तक ले जाने वाले वैज्ञानिकों के प्रति सम्मान है।’’
चन्द्रयान-2 के लैंडर विक्रम को शुक्रवार आधी रात को चन्द्रमा के दक्षिण ध्रुव पर उतरना था लेकिन सतह से महज 2.1 किलोमीटर की दूसरी पर उसका संपर्क इसरो के नियंत्रण कक्ष से टूट गया।
शहर में बिड़ला इंडस्ट्रीयल एंड टेक्नोलॉजिकल म्यूजियम (बीआईटीएम) ने चन्द्रयान-2 मिशन के अंतिम कुछ घंटों के सीधा प्रसारण की व्यवस्था की थी।
संग्रहालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस कार्यक्रम में 300 से ज्यादा स्कूली छात्रों, शिक्षकों और वैज्ञानिकों ने इसमें हिस्सा लिया।
शहर के एक स्कूल में 10वीं के छात्र हर्षित भट से यह सवाल करने पर कि क्या वह लैंडर विक्रम से संपर्क टूटने पर निराश हैं, उन्होंने कहा, ‘‘हमें पर गर्व है कि इसरो के वैज्ञानिकों ने चन्द्रयान-2 के ऑर्बिटर को चांद की कक्षा में पहुंचाया। उन्होंने हमें गौरवांवित किया है।’’
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकर भी कुछ देर के लिए बीआईटीएम कार्यक्रम में शामिल हुए।
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