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कांग्रेस चिंतन शिविर के दूसरे दिन राहुल गांधी की एक पदयात्रा पर भी चर्चा हुई और रविवार को इस प्रस्ताव को सीडब्ल्यूसी के सामने रखा जाएगा। अपनी सियासी जमीन को मजबूत करने के मद्देनजर राहुल गांधी अगले एक साल में कश्मीर से कन्याकुमारी तक यात्रा पर करेंगे।
2024 लोकसभा चुनाव पर कांग्रेस की कड़ी नजर रहेगी, इसी कारण चिंतन शिविर को शुरूआत से पहले शनिवार को राहुल गांधी ने प्रभारियों, अध्यक्षों और महासचिवों के साथ सुबह बैठक भी की थी।
राहुल गांधी की यह यात्रा बस से, ट्रैन से और ज्यादातर पैदल होगी, इस यात्रा की तैयारी की जिम्मेदारी केसी वेणुगोपाल को दी गई है। कांग्रेस इस शिविर के जरिये लगातार यह प्रयास कर रही है कि इस मंथन के बाद पार्टी को मजबूत किया जाए और भाजपा को कड़ी चुनौती दी जाए।
पार्टी के तमाम नेताओं की इस यात्रा पर सहमति भी बन गई हैं। वहीं सोनिया गांधी ने भी एक बैठक बुलाई थी, जिसमें राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने पर चर्चा हुई है।
हालंकि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। यह चुनाव अगस्त में किया जाएगा। अगस्त माह में राहुल को अध्यक्ष बनाने के बाद ही इस यात्रा की शुरूआत की जाएगी। कांग्रेस के दो दिन के चिंतन शिविर में किसानों, आर्थिक स्थिति, सामाजिक न्याय व अन्य मुद्दों पर मंथन कर अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। रविवार को सबकी निगाहें कांग्रेस वकिर्ंग कमेटी की बैठक पर टिकी हुई हैं।
--आईएएनएस
एमएसके/आरएचए
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