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पीएम मोदी ने ट्वीट किया, आपातकाल के काले दिनों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। 1975 से 1977 के दौर में हमारे देश ने देखा कि किस तरह से संस्थाओं का विध्वंस किया गया।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने लिखा कि आइए हम संकल्प लेते हैं कि भारत की लोकतांत्रिक भावना को मजबूत बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और हमारे संविधान में निहित मूल्यों को जीने के लिए हर संभव प्रयास करने का संकल्प लें।
एक अन्य ट्वीट में मोदी ने कहा, इस तरह कांग्रेस ने हमारे लोकतांत्रिक लोकाचार को कुचल दिया। हम उन सभी महान लोगों को याद करते हैं जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और भारतीय लोकतंत्र की रक्षा की।
प्रधानमंत्री की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, एक ऐसे पीएम यह बात कह रहे हैं, जो तीन एस का पर्याय हैं - सप्रेस (दमन करना), स्टिफल (दबाना) और सबजुगेट (वश में करना या कुचल देना)।
उन्होंने ट्वीट में आगे कहा, एक ऐसे पीएम - जिन्होंने संसद को कमजोर किया है। एक ऐसे पीएम, जिसने संविधान का तिरस्कार किया है। एक ऐसे पीएम, जिन्होंने संस्थानों को मिटा दिया है। एक ऐसे पीएम, जिन्होंने लोकतंत्र को रौंद दिया है, उन्हें उपदेश नहीं देना चाहिए।
बता दें कि पीएम मोदी के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तमाम बड़े नेताओं ने शुक्रवार को आपातकाल लगाने जाने को लेकर कांग्रेस की जमकर आलोचना की।
--आईएएनएस
एकेके/एएसएन
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