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कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को ईडी ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े एक मामले में आठ जून को पेश होने के लिए तलब किया था लेकिन कोविड-19 से ग्रस्त होने के चलते वह ईडी के सामने पेश नहीं हो रहीं हैं। उधर, ईडी द्वारा राहुल और सोनिया गांधी को समन भेजे जाने पर कांग्रेस कार्यकतार्ओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ धरना - प्रदर्शन किया है।
कांग्रेस मुख्यालय के बाहर सुबह से ही कांग्रेस कार्यकतार्ओं ने डेरा डाला और ईडी के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की। वहीं ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। कांग्रेस नेता जगदीश शर्मा ने बताया, सोनिया गांधी देश को बचाने की बात कर रहीं हैं लेकिन मोदी जी कहते हैं कि आपको ईडी बुला रही है। सरकार ईडी का पूरी तरह दुरूपयोग कर रही है।
शर्मा ने बताया, उन्होंने इस देश के लिए अपना पति खो दिया, उनका यह अपनाम अब हिंदुस्तान नहीं सहेगा, मैं यह पूछना चाहता हूं कि देश को बेचने वालों को कब समन भेजा जाएगा?
दरअसल सोनिया गांधी 2 जून को कोविड से संक्रमित हो गईं। उनके बेटे और पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी को 13 जून को ईडी के सामने पेश होने के लिए बुलाया गया है क्योंकि उन्होंने पहले की तारीख में छूट मांगी थी।
नेशनल हेराल्ड फंड में कथित रूप से हेराफेरी करने के आरोप में गांधी परिवार सहित विभिन्न कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
कांग्रेस ने ईडी के सम्मन को बदले की राजनीति करार दिया है।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा था, यह विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए भाजपा द्वारा प्रतिशोध और बदले की राजनीति है, जैसा कि उन्होंने देश के अन्य विरोधियों के साथ किया है।
उन्होंने कहा था, नेशनल हेराल्ड अखबार 1942 में शुरू हुआ था। उस समय अंग्रेजों ने इसे बंद करने की कोशिश की थी, आज मोदी सरकार भी वही काम कर रही है जो अंग्रेजों ने किया था। अब इस उद्देश्य के लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
--आईएएनएस
एमएसके/एमएसए
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