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देश में लॉकडाउन के दौरान झारखंड के दुमका जिला से इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर आई है. 16 साल की नाबालिग युवती के साथ 10 लोगों ने गैंगरेप किया. लड़की लॉकडाउन में फंस गई थी. कॉलेज बंद हो गया था. उसे घर जाना था और कोई बस नहीं मिल रही थी. ऐसे में उसने एक दोस्त से मदद मांगी. लेकिन दोस्त ने मदद देने के बहाने इस वारदात को अंजाम दिया.
लॉकडाउन की वजह से लड़की का कॉलेज बंद हो गया था. कोई बस नहीं मिल रही थी इसलिए उसने अपनी एक सहेली से मदद मांगी. सहेली ने आधे रास्ते में छोड़ा. लड़की ने अपने घर वालों को फोनकर बुलाया लेकिन शाम होने तक भी वो नहीं आ पाए तो उसने अपने एक दोस्त से मदद मांगी. लड़की का दोस्त एक अन्य लड़के के साथ आया. फिर लड़की को बाइक पर बिठाकर गांव की तरफ निकला. जब लड़की ने देखा कि जिस रास्ते वो ले जा रहा है तो उसने सवाल भी किया. उसके दोस्त ने कहा कि चेकिंग हो रही है, मुख्य सड़क बंद है इसलिए दूसरे रास्ते से ले जा रहा है. लेकिन उसके दोस्त ने रास्ते में जंगल में बाइक रोकी और फिर दो लोगों ने लड़की से रेप किया. तभी वहां 8 अन्य लोग आए और उन लोगों ने भी लड़की से रेप किया. युवती के बेहोश होने के बाद उसे वहीं छोड़ सब भाग गए. वह रातभर जंगल में बेहोश पड़ी रही.
सामूहिक दुष्कर्म के दौरान युवती बेहोश हो गई. दूसरे दिन 25 मार्च की सुबह वह जंगल से किसी तरह से घिसटते हुए सड़क तक पहुंची. ग्रामीणों ने देखकर उससे बात की और परिजनों को सूचित किया. सूचना मिलते ही युवती की मां, पिता, भाई उस जगह पहुंचे और उसे उठाकर घर लेकर गए. भाई ने गोपीकांदर थाना की पुलिस को जानकारी दी. लड़की का फिलहाल दुमका के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है.
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