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हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी के मर्डर की जांच में अब परिवार ने प्रशासन के कामकाज पर सवाल उठाए हैं. कमलेश तिवारी के बेटे सत्यम तिवारी का कहना है कि उन्हें प्रशासन की जांच पर भरोसा नहीं है और हत्याकांड की जांच NIA को करनी चाहिए.
सत्यम का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि उनके पिता की हत्या में गिरफ्तार आरोपी सही हैं या नहीं. उनके मुताबिक इस बात की जांच कहना है कि अगर यही लोग दोषी हैं और इनके खिलाफ सबूत भी हैं तो NIA को मामले जांच करनी चाहिए.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले को दहशत पैदा करने की कोशिश बताया है. उन्होंने कहा कि भय और दहशत पैदा करने वालों के मंसूबों को कुचल दिया जाएगा, मामले की जांच हो रही है.
उधर, यूपी पुलिस ने लखनऊ के कमलेश तिवारी हत्याकांड को 24 घंटे के भीतर सुलझाने का दावा किया है. मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस की इस फौरन कामयाबी की वजह बना मिठाई का एक डिब्बा जिसे आरोपी अपने साथ लेकर आए थे. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया जांच के दौरान मौका-ए-वारदात से एक मिठाई का डिब्बा मिला जो पुलिस के लिए अहम सुराग बन गया.
डीजीपी सिंह ने बताया कि कमलेश तिवारी के परिवार वालों ने एफआईआर में में बिजनौर निवासी अनवरूल हक और नईम काजमी का नाम लिया है और उन्हें भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. हालांकि हत्या करने वाले दोनों आरोपी फरार हैं. इस मामले में अभी तक किसी आतंकी संगठन की भूमिका सामने नहीं आई है. कुछ और लोगों को भी हिरासत में लिया गया था, लेकिन पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया.
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