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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक युवती के साथ चलते ऑटो रिक्शा में हुए सामूहिक बलात्कार से सिर्फ इलाके में ही नहीं पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई. वारदात के तकरीबन 18 घंटे बाद पुलिस ने इसमें मुकदमा दर्ज किया और कार्यवाही करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
युवती जिसकी उम्र 18 साल बताई जा रही है, वह 15 अक्टूबर की शाम ट्यूशन पढ़ाने के बाद वापस घर लौट रही थी. वो घर जाने के लिए बाइक ऑटो रिक्शा में बैठ जाती है लेकिन उसे नहीं पता था कि उसमें बैठे लोगों के मंसूबे कुछ अलग हैं. युवती को ऑटो में बिठाकर आरोपी लखनऊ के कुछ व्यस्ततम और पॉश इलाकों से होते हुए शहर के ही एक मॉल की तरफ ले गए. आपको बताते चलें कि इस मॉल के पास उत्तर प्रदेश का पुलिस हेड क्वार्टर भी है जहां पर सुरक्षा इतनी सख्त है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता है.
युवती के द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे के अनुसार उसके साथ आरोपियों ने तकरीबन 3 घंटे तक दरिंदगी की और बाद में उसे शहर के सबसे पॉश इलाके के एक हुसडिया चौराहे पर लाकर फेंक दिया.
लखनऊ के गोमतीनगर इलाके के विराम खंड स्थित हुसडिया चौराहा शहर का सबसे व्यस्ततम चौराहा है. यहां पर महिलाओं की मदद के लिए पुलिस द्वारा एक पिंक बूथ भी स्थापित किया गया है. शहर के कई कोनों से आने वाले लोग जो शहीद पथ की तरफ जाते हैं उन्हें इस चौराहे से होकर जाना पड़ता है. साथ ही साथ यहां पर ट्रैफिक पुलिस के अलावा स्थानीय पुलिस का भी पहरा रहता है. अगर ऐसे में आरोपी इन रास्तों से गुजरते हुए महिला को अगवा कर ले गए और फिर बाद में दरिंदगी करके उसे यहां पर फेंक दिया.
पुलिसिया संवेदनहीनता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि महिला से अपराध होने के तकरीबन 18 घंटे बाद स्थानीय मीडिया पर पीड़िता के साथ हुई जघन्य घटना की कहानी आने के बाद पुलिस सक्रिय हुई और आला अधिकारियों के दखल के बाद मुकदमा दर्ज हुआ. पीड़िता के दोस्त स्थानीय मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि घटनास्थल के आसपास के तीन पुलिस थानों- विभूति खंड, गोमती नगर, सुशांत गोल्फ सिटी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई और यहां पर पुलिस द्वारा कथित तौर पर घटनास्थल उनके क्षेत्राधिकार में ना होने का हवाला देकर पीड़िता के परिवार वापस कर दिया गया था. इन आरोपों पर कार्रवाई करते हुए लखनऊ पुलिस ने हुसडिया चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया है वहीं विभूति खंड गोमती नगर सुशांत गोल सिटी के थाना प्रभारियों को नोटिस भी जारी की गई है.
पुलिस ने गंभीर मामले में कार्यवाही करते हुए एक आरोपी आकाश तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही जिस चलते ऑटो में युवती के साथ बलात्कार हुआ था उस ऑटो को भी सीज कर दिया गया है. लखनऊ पुलिस के मुताबिक दूसरे आरोपी की पहचान हो गई है और उसकी गिरफ्तारी के लिए कई ठिकानों पर दबिश दी जा रही है.
यह घटना शनिवार को हुई थी. तकरीबन 18 घंटे की कथित लीपापोती के बाद पुलिस ने विभूति खंड थाने में संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया. लखनऊ पुलिस अधिकारियों की मानें तो पीड़िता का मेडिकल के बाद बयान दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्यवाही हो रही है.
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