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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) में स्थित राल गांव में रविवार, 20 मार्च की रात एक पिकअप वैन के 35 साल के ड्राइवर मोहम्मद आसिफ को गोरक्षकों ने गोमांस ले जाने और मवेशियों की तस्करी करने के संदेह में बेरहमी से पीटा. इसके साथ ही भीड़ पर पिकअप वैन को फॉलो कर रहे कुछ अन्य गौरक्षकों को भी आसिफ का सहयोगी समझ हाथापाई करने का आरोप है. इस संबंध में जैत थाने में मोहम्मद आसिफ और गोरक्षकों ने 2 FIR दर्ज कराए हैं.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हड्डियां गोवंश की नहीं थीं और इनका निस्तारण जिले में गोवर्धन नगर पंचायत के स्वच्छता अभियान के तहत एक ठेकेदार द्वारा किया जा रहा था.
मोहम्मद आमिर ने अपनी तहरीर में बताया कि वह मृत जानवरों का अवशेष और हड्डियों को लेकर सिकंदराराऊ, हाथरस जा रहा था. उसके साथ उसके 2 साथी भी मौजूद थे. शिकायतकर्ता के मुताबित मृत जानवरों का अवशेष लेकर जब वह हड्डी फैक्ट्री के लिए लेकर जा रहा था तभी रात लगभग 8:00 बजे जब पिकअप वैन को गौरक्षकों की भीड़ ने घेर लिया और मारपीट शुरू कर दी.
मथुरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एमपी सिंह ने एक बयान में कहा कि
आमिर को बेल्ट से बुरी तरह मारते हिंसक गौरक्षकों का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. आमिर की शिकायत पर दर्ज FIR में 16 नामजद और कुछ अज्ञात के नाम हैं.
दो गौरक्षक विकास पंडित (FIR के अनुसार विश्व हिंदू परिषद विभाग संयोजक मथुरा) और बलराम ठाकुर (अखिल भारतीय गौरक्षा सेवा समिति सचिव) की शिकायत पर दर्ज दूसरे FIR के अनुसार उन्होंने कहा है कि जब वो वैन का पीछा करते हुए मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली तो भीड़ ने उन्हें ड्राइवर का साथी समझ लिया. दोनों को भी बंदी बना लिया और मारपीट की.
मालूम हो कि मोहम्मद आसिफ की शिकायत पर दर्ज FIR में विकास पंडित और बलराम ठाकुर का भी नाम है.
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