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मनी लॉन्ड्रिंग केस: IAS पूजा सिंघल को कोर्ट ने 5 दिन की ED रिमांड पर भेजा

IAS अधिकारी पूजा सिंघल पर मनरेगा फंड के कथित गबन सहित कई आरोप लगे हैं

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<div class="paragraphs"><p>पूजा सिंघल</p></div>
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पूजा सिंघल

फोटो- आईएएनएस

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झारखंड (Jharkhand) की खनन सचिव पूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) और उनके पति अभिषेक झा को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को 7 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. IAS अधिकारी पूजा सिंघल को मनरेगा (MGNREGA) फंड के कथित गबन सहित अन्य आरोपों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद पूजा सिंघल को कोर्ट में पेश किया. जहां अदालत ने सिंघल को पांच दिनों की ईडी रिमांड पर भेज दिया.

आय से अधिक संपत्ति का खुलासा

इससे पहले ED ने इस मामले में उनसे दो दिन में लगभग 16 घंटे पूछताछ की है. IANS की रिपोर्ट के मुताबिक ईडी की प्रारंभिक जांच में यह तथ्य सामने आया है कि पूजा सिंघल जब उपायुक्त थीं, तो उनके और उनके पति के खाते में वेतन से होनेवाली आय के अतिरिक्त 1.43 करोड़ रुपये आये थे. ईडी ने जांच में यह भी पाया है कि पूजा सिंघल के खाते से 16.57 लाख रुपये सीए सुमन कुमार सिंह के खाते में ट्रांसफर किये गये थे.

बताया जा रहा है कि पूजा सिंघल ईडी को यह बता पाने में असफल रहीं कि ये पैसे वैध तरीके से उनके अकाउंट में आये हैं.

IANS की रिपोर्ट के मुताबिक पूजा के पति अभिषेक झा रांची में सुपरस्पेश्यिलिटी हॉस्पिटल और डायग्नोस्टिक सेंटर चलाते हैं. इसमें भी करोड़ों रुपये का संदिग्ध निवेश किया गया है. मंगलवार और बुधवार को पूजा सिंघल, उनके पति अभिषेक झा और उनके सीए सुमन कुमार सिंह को आमने-सामने बिठाकर करोड़ों की बरामदगी और निवेश के बारे में पूछताछ की गयी. बरामद रुपयों के स्रोत के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं देने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया.

मनरेगा में भी घोटाले का आरोप

IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, पूजा सिंघल जब खूंटी जिले में उपायुक्त के पद पर तैनात थीं, तब मनरेगा की योजनाओं में लगभग 10 करोड़ रुपये के घोटाले का मामला सामने आया था. इस मामले में शुरूआत में जेई राम विनोद सिन्हा के खिलाफ केस दर्ज करायी गयी थी. जांच में यह बात सामने आयी कि मनरेगा की योजनाओं का पालन कराने और योजनाओं की मॉनिटरिंग करने का अधिकार उपायुक्त को है. बाद में इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गयी थी.

हाईकोर्ट ने ईडी और एसीबी को हलफनामा दायर करने का आदेश दिया. इस पर ईडी ने कोर्ट को बताया कि पूरे मामले में तत्कालीन उपायुक्त पूजा सिंघल की भूमिका की जांच की जा रही है.

पहले गिरफ्तार हो चुका है CA

ED ने पूजा सिंघल के चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार को सात मई को गिरफ्तार किया था. सुमन कुमार को उसके परिसर से 17 करोड़ रुपये से अधिक नकदी जब्त करने के बाद गिरफ्तार किया गया था. वह 11 मई तक ईडी की हिरासत में हैं. कुमार का आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल और उनके परिवार से भी संबंध है और वह उनके वित्तीय सलाहकार भी हैं.

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Published: 11 May 2022,06:11 PM IST

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