Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Crime Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019बठिंडा फायरिंग में जवान गिरफ्तार, 4 साथियों की हत्या का आरोप, दिया था झूठा बयान

बठिंडा फायरिंग में जवान गिरफ्तार, 4 साथियों की हत्या का आरोप, दिया था झूठा बयान

Bathinda Military Station Firing case: बठिंडा के SSP गुलनीत सिंह खुराना ने सेना के गनर की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.

क्विंट हिंदी
क्राइम
Published:
<div class="paragraphs"><p>बठिंडा मिलिट्री स्टेशन </p></div>
i

बठिंडा मिलिट्री स्टेशन

(फोटो: PTI)

advertisement

पंजाब (Punjab) के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन फायरिंग मामले में पुलिस ने सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया है. आरोपी सेना में गनर है और झूठा बयान दिया था कि उसने 12 अप्रैल की सुबह को हत्या करने के बाद कुर्ता पजामा पहने दो नकाबपोश लोगों को पास के जंगल में भागते हुए देखा था. बता दें कि फायरिंग की इस वारदात में 4 जवानों की मौत हो गई थी. वहीं अभी तक मामले में यह पहली गिरफ्तारी है.

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए, बठिंडा के एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना ने सेना के गनर की गिरफ्तारी की पुष्टि की. हालांकि, गनर ने चार जवानों की हत्या क्यों की, इसके सटीक कारणों पर खुराना ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, "मैं केवल इतना कह सकता हूं कि इसके निजी कारण हैं."

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि जांच में खुलासा हुआ है कि चार जवानों द्वारा गनर का यौन उत्पीड़न किया जा रहा था, जिसके कारण उसने यह कदम उठाया.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वारदात की रात आरोपी गनर ने दो बार उठकर यह चेक किया था कि जवान सो गए हैं या नहीं. “जवान करीब 2 बजे सो गए थे. उसने तीन बजे और फिर चार बजे चेक किया और इसके बाद उस राइफल से वारदात को अंजाम दिया, जिसे उसने कुछ दिन पहले पास की संतरी चौकी से चुराया था."

बता दें कि 12 अप्रैल को चार जवानों की हत्या के बाद सेना ने बठिंडा मिलिट्री स्टेशन और आसपास के इलाकों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू की थी. शुरुआत में पुलिस ने दो नकाबपोश हमलावरों के खिलाफ FIR दर्ज की थी. FIR के मुताबिक, मृतक जवानों की पहचान सागर, कमलेश, संतोष और योगेश के रूप में हुई थी. सभी आर्टिलरी यूनिट से जुड़े थे. वहीं सेना ने आतंकी हमले की घटना से इनकार किया था.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT