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बॉम्बे हाईकोर्ट की पणजी बेंच ने तहलका के पूर्व प्रधान संपादक तरुण तेजपाल की एक याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित कर लिया. तेजपाल पर अपनी सहयोगी का कथित यौन उत्पीड़न करने का आरोप है. न्यायमूर्ति नूतन सरदेसाई ने कोई तारीख तय किए बगैर अपना आदेश सुरक्षित कर लिया. इसके पहले उन्होंने विशेष लोक अभियोजक सर्वेश लोटलिकर की बहस सुनी, जिन्होंने सुनवाई शुरू करने का आग्रह किया.
बचाव पक्ष के वकील अमन लेखी और प्रमोदकुमार दूबे ने कहा कि पांच सितारा होटल में लगे सीसीटीवी कैमरों से जो फुटेज मिला है, उससे पता चलता है कि तेजपाल के खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं. वकीलों ने कहा कि पीड़िता जब तेजपाल के साथ लिफ्ट से बाहर निकलती है, तो उसके बॉडीलैंग्वेज में कोई परेशानी नहीं दिख रही थी, जबकि अपराध वहीं पर हुआ था.
तेजपाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 341, 342, और 376 के तहत आरोप तय हैं, जबकि एक अतिरिक्त धारा 354 (बी) भी इसमें जोड़ दी गई है.
तेजपाल पर उत्तर गोवा के एक होटल में नवंबर 2013 में एक आयोजन के दौरान अपनी महिला सहयोगी का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है. उसके बाद तेजपाल को गिरफ्तार कर लिया गया. वह इस समय जमानत पर हैं.
(IANS से)
नकली नोट छापकर इन्हें मध्यप्रदेश के अलग-अलग स्थानों के बाजारों में चलाने वाले गिरोह का भंडाफोड करते हुए पुलिस ने मंगलवार को चार लोगों को धर दबोचा. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) रुपेश द्विवेदी ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपियों की पहचान रूप सिंह नायक (40), अर्जुन नायक (22), लोकेश चौहान (26) और अभिजीत यादव (25) के रूप में हुई है.
इन्हें मुखबिर की सूचना पर शहर के अलग-अलग इलाकों से पकड़ा गया. इनके कब्जे से 500-500 रुपये के कुल 115 नकली नोट बरामद किये गये. इनमें से ज्यादातर जाली नोटों पर एक जैसे नंबर छपे थे.
द्विवेदी के मुताबिक पुलिस को पूछताछ में पता चला कि आरोपियों में शामिल लोकेश और अभिजीत ने नकली नोट छापने के लिये नजदीकी जिला मुख्यालय धार में किराये पर कमरा ले रखा था. दोनों आरोपियों की निशानदेही पर इस कमरे से लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर और अपराध में इस्तेमाल अन्य सामग्री बरामद की गयी. ये आरोपी नकली नोट छापते थे और अलग-अलग लोगों को 30 प्रतिशत के कमीशन के आधार पर बाजार में चलाने के लिये देते थे.
(इनपुट भाषा से)
छत्तीसगढ़ में मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय की वेबसाइट हैक कर ली गई. इसके पहले हैकरों ने छत्तीसगढ़ पुलिस की वेबसाइट को हैक कर उस पर पाकिस्तान का झंडा लगा दिया था. छत्तीसगढ़ चिप्स के सीईओ एलेक्स पॉल मेनन ने बताया, "सीएमओ की वेबसाइट हैक हो गई, उस पर किसी हैकर ने अटैक किया था. उसने साइट पर लिखा था कि हर दिन कोई न कोई हैक होता है, आज आपका दिन है, मुझे कभी मत भूलना."
हैकर ने लिखा था- "अपनी सिक्योरिटी की खामियों को दूर करो. ये केवल आपके लिए एक रिमाइंडर है." साथ ही चेतावनी दी कि अगर वेबसाइट को सुरक्षित नहीं की गई तो आगे कुछ भी हो सकता है.
हैकर का नाम फैजल अफजल बताया जा रहा है. उसने मैसेज के नीचे लिखा है- 'टीम पाक साइबर अटैकर, हम पाकिस्तानी हैकर हैं.'
मेनन ने कहा, "हमने वेबसाइट को रिस्टोर कर लिया है. साथ ही सिक्योरिटी पर भी विशेष ध्यान दिया गया है. हमने वेबसाइट की सिक्योरिटी और बढ़ा दी है, अब इसे कोई हैकर हैक नहीं कर सकता."
(इनपुट IANS से)
राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को एक व्यक्ति को पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया. उसे अपनी पत्नी के चरित्र पर शक था. पुलिस ने यह जानकारी दी. अरोपी बलराम ने अपनी पत्नी वीणा को देसी पिस्टल से सोमवार को रात आर.के.पुरम स्थित घर पर गोली मार दी थी. दोनों इस घर में अपने बेटे और बहू के साथ रहते थे जो घटना के समय मौजूद नहीं थे.
पुलिस को घटना के बारे में दंपति की बेटी कृष्णा ने मंगलवार को सुबह बताया. बलराम को दक्षिणी दिल्ली के कोटला मुबारकपुर इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस उपायुक्त मिलिंद महादेव डुमबेरे ने कहा कि कृष्णा ने पुलिस को बताया कि उनके माता-पिता के बीच स्नेहपूर्ण संबंध नहीं थे और बलराम, वीणा को चरित्र पर शक के कारण पीटता था.
कृष्णा ने कहा कि घटना के समय उसके भाई और भाभी सामाजिक समारोह में गए हुए थे.
जब इस दौरान उसने अपने पिता से संपर्क किया तो, बलराम ने कहा कि उसकी मां बाहर गई है. हालांकि, उसने जब अपने भाई से फोन पर बात की तो उसने बताया कि उसकी मां की मौत हो गई है और पिता फरार है.
(इनपुट IANS से)
पाकिस्तान में आपराधिक गतिविधियों में लिप्त चीनी प्रवासियों को दंडात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. पाकिस्तान में विकास परियोजनाओं व चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) के तहत चल रहे संयुक्त उपक्रमों की वजह से चीनी नागरिकों की संख्या तेजी से बढ़ी है.
डॉन ऑनलाइन की रपट के मुताबिक, कुछ चीनी प्रवासी धोखाधड़ी सहित आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं.
इस मामले पर गृह विभाग व वाइस काउंसिल जनरल ऑफ चाइना की संयुक्त बैठक में चर्चा की गई.
कौंसिल ने कहा कि चीन को आपराधिक गतिविधियों में शमिल चीनी नागरिकों पर कानूनी कार्रवाई करने को लेकर कोई आपत्ति नहीं है.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि अबतक किसी चीनी नागरिक द्वारा कोई बड़ा जुर्म सामने नहीं आया है. लेकिन छोटे अपराध जैसे नशे आदि की बातें आम हैं.
पाकिस्तान में दो चीनी नागरिकों को मार्च में एटीएम में धोखाधड़ी को लेकर गिरफ्तार किया गया था.
(इनपुट IANS से)
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