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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के औरैया (Auraiya) जिले में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. भिखापुर गांव में तेहरवीं के कार्यक्रम में पुरानी रंजिश के चलते एक युवक की गोली मार दी गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. इसी घटना में गोली मार कर भाग रहे दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी.
दोहरे हत्याकांड की सूचना लगते ही मौके पर कई थाने की फोर्स पहुंच गई. गांव की हालत को बिगड़ता देख एसपी चारू निगम और डिप्टी एसपी भी मौके पर पहुंचे. पूछताछ में ग्रामीणों ने घटना के पीछे दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश को वजह बताया. गांव में दहशत का माहौल है और हालात बिगड़ता देख भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है.
वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया जब गांव में 85 साल के बुजुर्ग की तेहरवीं का कार्यक्रम चल रहा था. इस कार्यक्रम में दो पक्षों को न्योता था, जिसमें एक पक्ष रामवीर तो दूसरा पक्ष बबलू सेंगर था. इन दोनों पक्षों में पुरानी रंजिश थी.
पूछताछ में पता चला कि बबलू सेंगर के भाई की कई साल पहले हत्या हो गई थी, जिसमें रामवीर का नाम था. कथित तौर पर बबलू ने उसी हत्या का बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया.
मृतक रामवीर के बेटे ने बताया कि बबलू सेंगर के लोगों ने कार्यक्रम के बीच में ही आकर सबको घेर लिया और पापा को पीछे से गोली मार दी.
बबलू सेंगर के साथ आए 5 लोग घटना को अंजाम देने के बाद मौके से भाग रहे थे. तभी उनमें से एक शख्स को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी. जिस युवक की हत्या हुई उसकी शिनाख्त अभी नहीं हो पाई है, लेकिन आईजी कानपुर प्रशांत कुमार ने बताया है कि दूसरी डेड बॉडी बबलू सेंगर की ही होने की संभावना है.
पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है. आरोपियों के खिलाफ तहरीर मिलने के बाद कार्यवाही करने की बात कही है. इसके साथ ही पुलिस हत्या में शामिल बबलू सेंगर गुट के लोगों की तलाश में जुट गई है.
मृतक रामवीर के भतीजे ने बताया कि "गांव में तेहरवीं का कार्यक्रम चल रहा था. इसमें मेरा परिवार भी सम्मिलित था. इसी दौरान बबलू सेंगर जिनसे मेरी पुरानी दुश्मनी थी वह भी तेहरवीं में अपने साथियों के साथ आए और मेरे चाचा को गोली मार दी. इससे पहले भी इन लोगों ने मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन कोर्ट से हम लोग बरी हो गए थे."
कानपुर रेंज के आईजी प्रशांत कुमार ने बताया कि "करीब 30 साल पहले, 302 और 307 के अभियोग में मामला दर्ज हुआ था. दोनों ने एक दूसरे पर पक्ष के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. इसमें एक अभियोग को सजा हो गई और एक छूट गया. इसी को लेकर दूसरे पक्ष के मन में बदला लेने की कसक रहती थी. आज एक अभियोग ने रामवीर सिंह राजावत को गोली मार दी."
पुलिस ने बताया है कि दूसरे मृतक की पहचान बबलू सेंगर के रूप में हुई है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि करने के लिए और जांच की जा रही है. इस घटना में 2 लोग हिरासत में लिए गये हैं. बाकी हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें बना दी गई हैं.
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