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नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के मुताबिक गुरुवार दोपहर तक सीयूईटी-यूजी के नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। सीयूईटी यूजी के रिजल्ट के आधार पर विभिन्न विश्वविद्यालय और कॉलेज अपनी कट ऑफ लिस्ट तैयार करेंगे। इसके आधार पर ही छात्र दाखिला हासिल कर सकेंगे। विभिन्न अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों का हिस्सा बनने के इच्छुक छात्र इन परीक्षाओं में शामिल हुए थे।
सीयूईटी (यूजी) 2022 का छठा और अंतिम चरण 30 अगस्त को पूरा हो गया था। परीक्षाओं का पहला चरण बीते माह 15 जुलाई से शुरू हुआ था। प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने बताया कि सभी छह चरणों की इस परीक्षा के लिए कुल 14.90 लाख छात्रों ने अपना पंजीकरण कराया था। पूरे देश में इन परीक्षाओं के दौरान छात्रों की उपस्थिति लगभग 60 प्रतिशत रही है। सीयूईटी (यूजी) की परीक्षा भारत के बाहर मस्कट, रियाद, दुबई, मनामा, दोहा, काठमांडू, शारजाह, सिंगापुर और कुवैत जैसे विदेशी शहरों में भी आयोजित की गई थी। भारत में यह 239 शहरों के 444 परीक्षा केंद्रों में यह टेस्ट आयोजित किया गया।
दिल्ली विश्वविद्यालय समेत सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में इस बार दाखिले कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) स्कोर के माध्यम से ही होने हैं। गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय भारत का सबसे बड़ा केंद्रीय विश्वविद्यालय है और यहां इस विश्वविद्यालय के अंतर्गत लगभग- 80 विभाग हैं। इनमें स्नातकोत्तर डिग्री, पीएचडी, सर्टिफिकेट कोर्स, डिग्री कोर्स आदि कराएं जाते हैं। इसी तरह से दिल्ली विश्वविद्यालय में तकरीबन 79 कॉलेज हैं जिनमे स्नातक, स्नातकोत्तर की पढ़ाई होती है। इन कॉलेजों व विभागों में हर साल स्नातक स्तर पर विज्ञान, वाणिज्य व मानविकी विषयों में 70 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं के प्रवेश होते हैं। विश्वविद्यालय का कहना है कि सभी कॉलेजों में दाखिले केवल सीयूईटी के स्कोर के आधार पर होंगे।
अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों की बात की जाए तो जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने भी मौजूदा शैक्षणिक सत्र 2022-23 से कई स्नातक पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) को लागू करने का फैसला किया है।
--आईएएनएस
जीसीबी/एसकेपी
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