Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019RSS का अपना ‘अवॉर्ड’, नोबेल से कई गुना ज्यादा इनाम की राशि

RSS का अपना ‘अवॉर्ड’, नोबेल से कई गुना ज्यादा इनाम की राशि

इस पूरे अवॉर्ड प्रोजेक्ट का बजट 220 करोड़ के आसपास है और हर साल इसका आयोजन किया जाएगा

द क्विंट
न्यूज
Updated:
फोटो: Samvaad.org
i
फोटो: Samvaad.org
null

advertisement

केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने मंगलवार को आरएसएस की सांस्कृतिक इकाई संस्कार भारती को अपना 'नोबेल अवॉर्ड' देने की इजाजत दे दी है. नोबेल अवॉर्ड की तरह ही यह अवॉर्ड भी शांति, मानवाधिकार, साहित्य, विज्ञान, शिक्षा, कला और अन्य क्षेत्रों के लिए दिए जाएंगे. इस अवॉर्ड को 'नैमिश्य सम्मान' का नाम दिया गया है. संस्कृति मंत्रालय के सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है.

70 करोड़ रुपये है मनी प्राइज

जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना. नोबेल अवॉर्ड में प्राइज मनी के तौर पर लगभग 6.5 करोड़ रुपये मिलते हैं, जबकि नैमिश्य सम्मान के लिए 70 करोड़ रुपये का बजट सिर्फ प्राइज मनी के लिए रखा गया है 

नोबेल अवॉर्ड में 2012 के बाद से नोबेल गोल्ड मेडल और सर्टिफिकेट के अलावा प्राइज मनी के तौर पर कुल 1.2 मिलियन यूएस डॉलर (लगभग 6 करोड़ चार लाख रुपये) मिलते हैं. वहीं 'नैमिश्य सम्मान' के लिए सरकार ने 220 करोड़ रुपये का खर्च तय किया है, जिसमें अवॉर्ड जीतने वालों को मेडल और सर्टिफिकेट के अलावा 70 करोड़ रुपये मिलेंगे.

अगले महीने पीएम के ससंदीय क्षेत्र से होगी शुरुआत

नोबेल पुरस्कार की तर्ज पर ऐसा पहला सम्मान राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में दिया जाएगा जो संभवत: नवम्बर में वाराणसी में आयोजित होगा. ये पुरस्कार हर साल दिए जाएंगे. इसके निर्णायक मंडल में विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख भारतीय एवं अंतर्राष्ट्रीय हस्तियां रहेंगी.

आरएसएस की सांस्कृतिक इकाई संस्कार भारती ने इंडियन एक्सप्रेस से हुई बातचीत में बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को सम्मानित करने के लिए करीब 11 इंटरनैशनल अवॉर्ड हैं. नैमिश्य सम्मान की तुलना अथॉरिटी और प्राइज मनी के मामले किसी भी अन्य ग्लोबल अवॉर्ड से की जा सकती है. 
ऐसे बहुत से लोग हैं जो राष्ट्रवादी विचारों के साथ क्रिएटिव और अकैडमिक फील्ड में काफी अच्छा काम कर रहे हैं. कांग्रेस के 60 साल के कार्यकाल में राष्ट्रवाद की बात करने वालों को हाशिये पर कर दिया गया. अब राष्ट्रवाद का माहौल फिर से देश में बना है. भारतीय विचारों को विश्व भर में पहचान मिल रही है. नैमिश्य सम्मान भारतीय विचारों की समृद्धि को सेलिब्रेट करने का बड़ा प्लैटफॉर्म होगा. 
- इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में आरएसएस के एक प्रचारक

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 18 Oct 2016,10:34 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT