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"27 फरवरी की रात में रज्जू और संजय ने अदिति (बदला हुआ नाम) व मंजरी (बदला हुआ नाम) को बीड़ी व शराब पिलाई, उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए फिर उनका अश्लील वीडियो भी बनाया..."
16 वर्षीय अदिति के परिजनों ने जब अपनी नाबालिग बेटी के साथ हुई हैवानियत बयां की तो सुनने वालों के होश उड़ गए. घटना उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के घाटमपुर क्षेत्र की है. जहां अदिति और उसकी 14 वर्षीय चचेरी बहन मंजरी की पेड़ से लटकती लाशें 28 फरवरी को बरामद हुई. पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
मृतक अदिति और मंजरी का परिवार कानपुर क्षेत्र के घाटमपुर इलाके में स्थित एक ईंट भट्टे पर मजदूरी कर अपना गुजारा करता है. परिजनों का आरोप है कि वहां के एक दबंग ठेकेदार रामरूप के बेटे रज्जू और उसके भांजे संजय ने अदिति और मंजरी को शराब पिलाई, उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए. दोनों बच्चियों का अश्लील वीडियो भी बनाया जिसकी जानकारी परिजनों को मिली.
अदिति के पिता ने लिखित शिकायत में बताया कि जब आरोपियों के परिजन से शिकायत की गई तो राम रूप ठेकेदार और उसके लोगों ने परिवार के साथ गाली गलौज व मारपीट की. "इस घटना से व्यथित होकर दोनों द्वारा लोक लज्जा के भय से बेरी के पेड़ में दुपट्टे से गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली गई," अदिति के पिता ने अपनी शिकायत में लिखा.
बहरहाल, पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 376D, 306, 323, 504 लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम की धारा 3, 4 और सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन अधिनियम 2008 की धारा 67(ए) के तहत घाटमपुर थाने में ठेकेदार राम रूप, उसके बेटे रज्जू, भांजे संजय और अन्य परिवार के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
क्विंट हिंदी से बातचीत के दौरान डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने बताया कि इस केस में नामजद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने अभियुक्त रज्जू और संजय के मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है. मृत बच्चियों के परिजनों का आरोप था कि आरोपियों द्वारा अश्लील वीडियो बनाया गया था जिसका इस्तेमाल ब्लैकमेल करने के लिए कर रहे थे.
डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने बताया,
"संजय का फोन हमने पहले ही बरामद कर लिया था. उसमें अभी तक हमें कोई भी आपत्तिजनक वीडियो नहीं मिला है या शायद उसने डिलीट कर दिया है. अगर ऐसा है तो उसे रिकवर करने की कोशिश की जाएगी. राजू का मोबाइल भी आज हमने बरामद कर लिया है. उसका फोन लॉक है और पासवर्ड नहीं बता रहा. उसे भी रिकवर कराया जाएगा."
परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आत्महत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया. वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है,
"अभी हत्या है आत्महत्या, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. मृतकों का पोस्टमार्टम डॉक्टर के पैनल द्वारा कराया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण और अन्य चीजें स्पष्ट हो पाएंगी."
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