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राजधानी दिल्ली में मंगलवार को वायु प्रदूषण बेहद ‘गंभीर स्तर’ पर पहुंच गया. प्रदूषण परमीसिबल स्टैंडर्ड (अनुमेय स्तर या सहन करने योग्य स्तर) से कई गुना ज्यादा होने के चलते पूरी दिल्ली धुंध की मोटी चादर में लिपट गई. बीती शाम से एयर क्वालिटी और विजिबिलिटी में तेजी से गिरावट आ रही है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हवा की गुणवत्ता को बेहद गंभीर स्थिति में बताया, जिसका मतलब है कि प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. हालातों को देखते हुए हाई कोर्ट के निर्देश पर गठित पर्यावरण प्रदूषण रोकथाम एवं नियंत्रण प्राधिकरण (EPCA) ने ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत कुछ उपाय इस्तेमाल में लाने की सिफारिश की है. इसमें पार्किंग शुल्क को चार गुना बढ़ाया जाना और मेट्रो के किराए को कम व्यस्त घंटों में घटाने की सिफारिश शामिल है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए उप- मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से स्कूलों को कुछ दिनों तक बंद रखने पर विचार करने को कहा है.
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए, मैंने शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से स्कूलों को कुछ दिनों तक बंद रखने पर विचार करने का आग्रह किया है.’
भारतीय चिकिस्ता संघ (आईएमए) ने भी बच्चों की सेहत पर वायु प्रदूषण के खतरनाक प्रभावों को देखते हुए दिल्ली सरकार से अपील की है कि वह स्कूलों में आउटडोर खेलों और ऐसी अन्य गतिविधियों को बंद करवाए.
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