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दिल्ली एयरपोर्ट पर बढ़ती भीड़ एक बड़ी समस्या बन गई है. इसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसको लेकर समय-समय पर यात्री अपनी समस्याओं से सोशल मीडिया के जरिए अवगत कराते रहते हैं. इस बीच एयरलाइन इंडिगो (Indigo Airline Travel Advisory) ने एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है, जिसमें यात्रियों को डॉमेस्टिक डिपार्चर से कम से कम 3.5 घंटे पहले एयरपोर्ट पर पहुंचने के लिए कहा गया है. एयरलाइन ने जैसे ही ये एडवाजरी जारी की सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ गया. ऐसे में आइए जानते हैं कि क्यों एयरलाइन ने 3.5 पहले यात्रियों को आने की सलाह दी है? ये भी जानेंगे कि दिल्ली एयरपोर्ट पर क्या समस्याएं हैं?
इंडिगो ने ट्विटर पर एक बयान में कहा है कि "दिल्ली के हवाईअड्डों पर यात्रियों की भारी भीड़ हो रही है और चेक-इन और बोर्डिंग का समय सामान्य से अधिक लंबा होने की उम्मीद है. पैसेंजर्स से अनुरोध है कि वे डोमेस्टिक डिपार्चर से कम से कम 3.5 घंटे पहले एयरपोर्ट पर पहुंचें, और सुचारू सुरक्षा जांच के लिए केवल 7 किलोग्राम वजन का 1 हैंड बैगेज लेकर आएं. अतिरिक्त सुविधा के लिए कृपया सुनिश्चित करें कि आपने अपना वेब चेक-इन पूरा कर लिया है. कृपया दिल्ली एयरपोर्ट, टर्मिनल 3 पर प्रवेश के लिए गेट नंबर 5 और 6 का उपयोग करें, क्योंकि ये इंडिगो चेक-इन काउंटर के सबसे नजदीक हैं."
अंकित नानावती नाम के एक यूजर ने लिखा कि 3.5 घंटे पहले आने का मतलब कि समय की बर्बादी है. ये दुखद है.
प्रभाश चंद्रा नाम के एक यूजर ने अपनी आपबीती बताई है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि "इस कुप्रबंधन के कारण मेरी शुक्रवार की फ्लाइट पहले ही छूट गई थी. मैं सुबह 7.30 बजे एयरपोर्ट पहुंचा और मेरी फ्लाइट सुबह 10 बजे थी, फिर भी मैं फ्लाइट पर नहीं चढ़ सका. उसके बाद मुझे कहा गया कि मुझे 5500 रिफंड के रूप में मिलेंगे, लेकिन अब वे मना कर रहे हैं. मैंने वहां लड़ाई नहीं की. क्या वह मेरी गलती थी?
दिल्ली हवाई अड्डे पर भीड़ के कुप्रबंधन की बढ़ती शिकायतों के बीच नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली एयरपोर्ट पर मौके का औचक निरीक्षण किया. मंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को सुचारु व्यवस्था के लिए निर्देश दिए. इसी दिशा में एक नई गाइडलाइन सामने आई है. इस गाइडलाइन के मुताबिक...
हर एंट्री गेट पर एक डिजिटल डिसप्ले लगाया जाएगा.
उसमें वेटिंग टाइम की जानकारी दी जाएगी.
किसी भी गेट पर ज्यादा भीड़ ना इकट्ठा हो, इसलिए एक कमांड सेंटर का भी गठन किया जाएगा
किसी भी यात्री को ज्यााद वेट ना करना पड़े, इसलिए क्राउड मैनेजर भी जगह-जगह तैनात किए जाएंगे
एयरलाइन्स को भी लगातार भीड़ को लेकर अपडेट दिया जाएगा, जिससे लंबी कतारों से निजात मिल सके
टर्मिनल 3 पर Automatic Tray Retrieval System (ATRS) मशीन ज्यादा लगाई जाएंगी, जिससे बैगेज के समय यात्रियों को ज्यादा इंतजार ना करना पड़े
सुबह के पीक आवर्स के दौरान उड़ानें कम की जाएंगी
कुछ उड़ानों को टर्मिनल 3 से ट्रांसफर करने का भी प्रयास किया जाएगा
पीक ऑवर्स सुबह 5 बजे से 9 बजे और शाम 4 बजे से रात 8 बजे तक होता है
दिल्ली एयरपोर्ट देश के सबसे व्यस्ततम हवाई अड्डों में से एक है. यहां प्रतिदिन 1,100 से अधिक उड़ानें संचालित होती हैं. इसके अलावा क्रिसमस और नये साल पर लोग घूमने के लिए जा और आ रहे हैं. इससे भीड़ की समस्या और बढ़ गई है. टर्मिनल 3 सबसे अधिक व्यस्त रहता है. पीक आवर्स के दौरान भीड़ ज्यादा बढ़ जाती है, जिससे चेक-इन और चेक-आउट में समस्याएं बढ़ जाती हैं. इससे निजात पाने के लिए कुछ उड़ानों को टर्मिनल 3 से ट्रांसफर किया जाएगा. इसके अलावा टर्मिनल 3 पर एंट्री गेट की संख्या भी 16 से बढ़ाकर 18 कर दी गई है, जिससे लोगों के आने-जाने में सुविधा हो.
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