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दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में भी 1 नवंबर को स्कूल खोल दिए गए, लेकिन उत्तरी और पूर्वी दिल्ली में स्कूलों को दिवाली के बाद खोला जाएगा। जानकारी के अनुसार, निगम के अधिकारी स्कूल खोलने के लिए लगातार बैठकें कर रहे हैं, वहीं माता पीता से भी विचार-विमर्श किया जा रहा है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में 700 स्कूल आते हैं। शिक्षा समिति के अध्यक्ष आलोक शर्मा ने बताया कि, दिल्ली सरकार की गाइडलाइंस को देखते हुए स्कूल खोला जाएगा। मिली गाइडलाइंस के अनुसार उसपर कार्य किया जा रहा है। कार्य पूरा होते ही अगले 7 दिनों में स्कूलों को खोल दिया जाएगा।
हालांकि इन सभी स्कूलों को सूचित कर दिया गया है, जल्द ही इन स्कूलों में बच्चे एक बार फिर आकर पढ़ाई कर सकेंगे। निगम के मुताबिक, कोरोना महामारी के मुकाबले निगम स्कूलों में बच्चों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
जानकारी के अनुसार, कोरोना से पहले उत्तरी निगम में 2 लाख 30 हजार बच्चे पढ़ाई करते थे वहीं कोरोना के बाद अब 2 लाख 78 हजार बच्चे पढ़ाई करेंगे।
कोरोना वायरस की वजह से स्कूलों को कई तरह की गाइडलाइंस का भी पालन करना जरूरी होगा। दरअसल, करीब 19 महीनों से राजधानी के स्कूल बंद थे।
हालांकि दक्षिणि दिल्ली नगर निगम स्कूलों को 1 नवंबर से खोल दिया गया, लेकिन स्कूलों में करीब 10 फीसदी बच्चे ही पहुंच सके। निगम अधिकारियों के अनुसार, दिवाली के बाद इन बच्चों की संख्या में इजाफा होगा।
बच्चों के माता पिता कंसेंट फॉर्म पर साइन करके जा रहे हैं और यह बताया गया है कि दिवाली के बाद बच्चों को स्कूल भेजेंगे।
वहीं पहले दिन स्कूल खुलने के बाद दक्षिणी निगम के स्कूलों में टीचर्स ने बच्चों का स्वागत भी किया, वहीं कोरोना नियमों का पालन करने के लिए बच्चों से कहा गया है।
दक्षिणि नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में 568 स्कूल हैं, जिनमें कुल करीब 3 लाख 3 हजार बच्चे पढ़ाई करेंगे। इन स्कूलों में 6 हजार टीचर हैं।
पूर्वी नगर निगम के 8 नवंबर से स्कूलों को खोल दिया जाएगा। निगम के अधिकार क्षेत्र में करीब 200 इमारतों में 354 क्लासेज चलाई जाती हैं।
निगम महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने बताया, हम स्कूलों को 8 नवंबर से खोलने जा रहे हैं और सभी तरह के नियमों का पालन किया जाएगा। बच्चों की सुरक्षा हमारी प्रथमिकता है, जिसको देखते हुए सभी एहतियात बरत रहे हैं।
वहीं महापौर के अनुसार, निगम के स्कूलों में पिछले साल के मुकाबले 50 हजार से अधिक बच्चों की बढ़ोतरी हुई है, जिससे कुल संख्या 2 लाख 14 हजार हो गई।
--आईएएनएस
एमएसके/एसजीके
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