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डेंगू के मामले इतने तेजी से बढ़ रहें हैं कि इनसे अब होने वाली मृत्यु की संख्या भी बढ़ने लगी है। रिपोर्ट के अनुसार बीते हफ्ते 5 लोगों की ड़ेंगू से मृत्यु हुई है। यानी अब तक कुल 6 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
यदि हम पिछले कुछ वर्षों में बात करें तो 2016 और 2017 में डेंगू के कारण 10-10 मौतें हुई थीं। वहीं 2018, 2019 और 2020 में 4, 2 और 1 मौत हुई और इस वर्ष अब तक 6 मृत्यु दर्ज हो चुकीं हैं।
वहीं, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामलों में इजाफा हुआ है। राजधानी में मलेरिया के 160 मामले दर्ज किए गए वहीं चिकनगुनिया के 81 मामले सामने आए हैं।
इन आंकड़ो से यह साफ जाहिर हो गया है कि डेंगू, मलेरिया और चिकिनगुनिया के तेजी से बढ़ते मामलों से हालात अब चिंताजनक बनते जा रहे हैं।
रिपोर्ट एक अनुसार, दक्षिणी निगम में अब तक कुल 427 मामले सामने आए हैं, वहीं उत्तरी निगम क्षेत्र में 371 और पूर्वी निगम क्षेत्र में 191 मरीजों के मामले दर्ज किए गए हैं।
हालांकि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र में 35, दिल्ली कैंट में 18 मरीज तो वहीं 487 मरीजों के पते की पुष्टि नहीं हो सकी है।
इसके अलावा दिल्ली में बढ़े डेंगू मामलों को देखने के बाद दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों में मरीजों के लिए बिस्तरों की मांग में बढ़ोतरी हुई है।
इससे निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने एक आदेश जारी कर कोरोना के मरीजों के लिये आरक्षित बिस्तरों में से एक तिहाई बिस्तरों का उपयोग अब डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसे अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों के लिए करने का फैसला लिया है।
दरअसल गर्मी और बारिश के मौसम में डेंगू, मलेरिया ज्यादा फैलता है।डेंगू से संक्रमित होने पर प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती है।डेंगू बुखार आने पर सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होने लगता है, वहीं आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, कमजोरी, भूख न लगना, गले में दर्द भी होता है।
दरअसल डेंगू के मच्छर साफ और स्थिर पानी में पैदा होते हैं, जबकि मलेरिया के मच्छर गंदे पानी में भी पनपते हैं।डेंगू व चिकनगुनिया के मच्छर ज्यादा दूर तक नहीं जाते हैं। हालांकि जमा पानी के 50 मीटर के दायरे में रहने वाले लोगों के लिए परेशानी हो सकती है।
--आईएएनएस
एमएसके/आरजेएस
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