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ईडी की एक टीम सीआरपीएफ के साथ वकील और उनके भाई प्रदीप उके के पार्वती नगर स्थित आवास पर सुबह करीब पांच बजे पहुंची और तलाशी शुरु कर दी।
पिछले हफ्ते फोन टैपिंग मामले में आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला के खिलाफ दायर 500 करोड़ रुपये के मानहानि के मामले में सतीश उके कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के वकील के रूप काम कर रहे थे।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि केंद्रीय एजेंसी किस विशेष मामले के लिए हाई-प्रोफाइल वकील की जांच कर रही है, हालांकि एक संपत्ति के लेनदेन मामले पर अटकलें चल रही हैं जो कथित तौर पर ईडी के निशाने पर हैं।
मुंबई में, शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता और सांसद संजय राउत ने ईडी की छापेमारी की निंदा की और कहा कि चूंकि वह राज्य कांग्रेस प्रमुख के वकील हैं, अगर पटोले पर भी छापा मारा जाता है तो यह आश्चर्य की बात नहीं होगी।
राउत ने दोहराया कि कैसे केंद्र और भाजपा केंद्रीय जांच एजेंसियों की मदद से सरकार को गिराने के अपने प्रयासों में विशेष रूप से महाराष्ट्र में ईडी का दुरुपयोग कर रहे हैं।
राउत ने कहा, एक अजीब स्थिति देखी जा रही है, जिसमें सूचना और सबूत देने वालों को दंडित किया जा रहा है जबकि दोषी फरार हो रहे हैं। मेरे मामले में, ईडी के खिलाफ मेरी शिकायतों के बावजूद पीएमओ से किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
--आईएएनएस
एचएमए/आरएचए
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