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अनलॉक 5 की गाइडलाइन में केंद्र ने 15 अक्टूबर से चरणबद्ध तरीके से स्कूल और शिक्षण संस्थान खोलने की इजाजत दी. मार्च में कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत के बाद से ही शिक्षण संस्थान बंद हो गए थे.
15 अक्टूबर से कई राज्य स्कूल खोलने की तैयारी में हैं. इसके लिए शिक्षा मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी कर दी है.
नए नियम क्या हैं और छात्रों के लिए क्या बदल जाएगा? जानिए
क्या केंद्र ने 21 सितंबर से स्कूल खोलने की इजाजत नहीं दी थी? इसमें नया क्या है?
अनलॉक 4 की गाइडलाइन में केंद्र ने क्लास 9 से 12 के छात्रों के लिए स्कूल खोलने की इजाजत दी थी. हालांकि, सरकार ने कहा था कि रेगुलर क्लासेज नहीं होंगी और छात्र सिर्फ शिक्षकों से गाइडेंस लेने स्कूल जा सकेंगे और वो भी पेरेंट्स की लिखित इजाजत के बाद.
लेकिन अब नई गाइडलाइन के मुताबिक, स्कूल सभी क्लासेज के छात्रों के लिए खोले जा सकेंगे.
क्या अलग-अलग राज्यों के छात्र अलग समय पर स्कूल जाएंगे?
हां, ऐसा हो सकता है. क्योंकि राज्य सरकार पर ही निर्भर करता है कि वो स्कूल दोबारा कब और कैसे खोलते हैं.
15 अक्टूबर से किन राज्यों में स्कूल खुल रहे हैं?
इस संबंध में अभी तक कोई ऐलान नहीं हुआ है. हालांकि, कुछ राज्य जैसे दिल्ली, महाराष्ट्र और तमिलनाडु ने ऐलान किया है कि वो कम से कम 31 अक्टूबर तक स्कूल नहीं खोलेंगे.
उत्तर प्रदेश में ये फैसला कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन को लेना है.
आंध्र प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, कर्नाटक जैसे राज्यों में स्कूल 15 अक्टूबर से खुल सकते हैं.
अगर मेरे राज्य में स्कूल खुलते हैं, लेकिन मैं अपने बच्चे को नहीं भेजना चाहता तो क्या?
केंद्र ने कहा है कि छात्रों को क्लास में आने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा और जो ऑनलाइन क्लास करना चाहे, कर सकता है.
टेस्ट और अस्सेस्मेंट का क्या होगा?
स्कूल खुलने के कम से कम 2-3 हफ्तों तक कोई अस्सेस्मेंट नहीं कराया जाएगा. गाइडलाइन में कहा गया कि पेन और पेपर टेस्ट नहीं कराए जाएंगे.
शिक्षा मंत्रालय ने कहा, "पेन और पेपर टेस्ट की बजाय रोल प्ले, कोरियोग्राफी, क्लास क्विज, पजल और गेम, ब्रोशर डिजाइनिंग, प्रेजेंटेशन, जर्नल, पोर्टफोलियो के तौर पर अस्सेस्मेंट कराया जा सकता है."
कंटेनमेंट जोन और क्वॉरंटीन सेंटरों में स्थित स्कूलों का क्या होगा?
स्कूल परिसर में किन गतिविधियों की इजाजत होगी?
क्लास में सोशल डिस्टेंसिंग कैसे सुनिश्चित होगी?
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