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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटर लिखकर विश्वविद्यालयों में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं रद्द करने की अपील की है.
केजरीवाल ने कहा है, ''यूजीसी ने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को दिशा निर्देश दिया है कि आखिरी सेमेस्टर की लिखित ऑफलाइन या ऑनलाइन परीक्षाएं कराई जाएं. इन दिशा निर्देशों के कारण आज पूरे देश के लाखों युवाओं, अध्यापकों और अभिभावकों में बहुत रोष है. सबका मानना है कि यह निर्णय गलत है और इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए.''
इस मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना महामारी के मद्देनजर यूजीसी को परीक्षाएं रद्द कर स्टूटेंट्स को उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर अगले शैक्षणिक सत्र के लिए प्रमोट कर देना चाहिए.
पंजाब के हायर एजुकेशन मिनिस्टर ने हाल ही में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री को लेटर लिखकर यूजीसी की संशोधित गाइडलाइन्स पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था. वहीं, परीक्षाएं कराने के फैसले को महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे ने बेतुका करार दिया था.
बता दें कि हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने ऐलान किया था कि विश्वविद्यालयों में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं सितंबर के अंत तक आयोजित होंगी.
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की तरफ से जारी संशोधित दिशा-निर्देशों के मुताबिक, सिंतबर में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं दे पाने में असमर्थ स्टूडेंट्स को एक और मौका मिलेगा और विश्वविद्यालय जब उचित होगा तब विशेष परीक्षाएं आयोजित करेंगे. बता दें कि पहले ये परीक्षाएं जुलाई में आयोजित की जानी थीं.
यूजीसी के दिशा निर्देशों के मुताबिक, '' विश्वविद्यालय या संस्थान द्वारा अंतिम वर्ष की परीक्षाएं ऑनलाइन, ऑफलाइन या दोनों माध्यमों से सितंबर अंत तक आयोजित की जाएंगी.''
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