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सीबीएसई बोर्ड के स्टूडेंट अगर अपनी परीक्षा को लेकर तनाव में हैं, तो हम उनकी टेंशन को करेंगे दूर और बताएंगे कुछ ऐसे टिप्स जिसकी मदद से आप लाएंगे अच्छे नंबर. सीबीएसई ने 2019 के बोर्ड एग्जाम के डेट शीट की घोषणा कर दी है. हालांकि ये डेट शीट सामान्यतः जनवरी में बोर्ड जारी करती थी मगर इस बार इसे दिसंबर में ही निकाल दिया है. एक महीने पहले डेट शीट आने से स्टूडेंट्स बेहद खुश हैं. अब उन्हें एग्जाम की तैयारी करने का अधिक समय मिल गया है.
एक महीने के इस अतिरिक्त समय का इस्तेमाल कर अब वो अपने परीक्षा की तैयारी की बेहतर प्लानिंग कर सकते हैं.
सीबीएसई की दसवीं की बोर्ड परीक्षा की 21 फरवरी को शुरू होगी. आखिरी परीक्षा की तारीख 29 मार्च निर्धारित है.
सीबीएसई की दसवीं बोर्ड 2019 परीक्षा के मेन सब्जेक्ट की डेट शीट:
सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षा 2019 की शुरुआत 15 फरवरी और लास्ट एग्जाम 3 अप्रैल को होगी.
सीबीएसई की 12वीं बोर्ड 2019 परीक्षा की मैन सब्जेक्ट की डेट शीट:
बोर्ड एग्जाम को लेकर स्टूडेंट्स को सुबह दस बजे अपने एग्जाम सेंटर पर पहुंच जाना चाहिए जिससे की उसे अतिरिक्त समय अपने एग्जाम शुरू होने से पहले मिल सके.
बोर्ड के रूल्स के मुताबिक स्टूडेंट्स को 10:15 बजे तक आंसर शीट मिल जायेंगे और वो अपना आंसर 10:30 बजे से लिखना आराम से शुरू कर सकते हैं.
सीबीएसई के सैंपल क्वेश्चन पेपर्स जरूर सॉल्व करें: सीबीएसई बोर्ड हर साल एग्जाम से पहले सभी सब्जेक्ट के सैंपल पेपर रिलीज करता है जिसका नियमित अभ्यास करने से स्टूडेंट्स को एग्जाम में पूछे जाने वाले प्रश्नों को लेकर सहूलियत होती है.
फिलहाल 2019 के सैंपल पेपर्स उपलब्ध हैं जिनका नियमित अभ्यास आपके बहुत काम आ सकता है.आप अपने टेस्ट से यह जान सकते हैं कि आपका स्कोर कितना रहा. इसके साथ आंसर key और मार्किंग स्कीम भी उपलब्ध है जिससे आपको अपने सेल्फ असेसमेंट में काफी सुविधा हो सकती है.
पिछले साल और उसके पहले के प्रश्न पत्रों को सॉल्व करने से आपको बोर्ड के क्वेश्चन का पैटर्न समझने में आसानी होगी. सैंपल पेपर और इसके सिलेबस का ध्यान रखने से आने वाले परीक्षा के प्रश्न को समझने में काफी आसानी होती है.
परीक्षा के दौरान पूछे जाने वाले ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन को ध्यान से पढ़ कर पहले सॉल्व करें. इसे आखिरी के लिए न छोड़ें. इसमें पूछे गए प्रश्नों का सही उत्तर आपको पूरे नंबर दिलाता है. इससे आप कम समय में अधिक सही उत्तर देकर एक्स्ट्रा टाइम बचा सकते हैं. इससे आपकी तैयारी का स्तर काफी बेहतर हो जायेगा.
जब आप सब्जेक्टिव प्रश्नों को आंसर कर रहे हों तो हमेशा कोशिश रखें की आपके आंसर टू दी पॉइंट हों और सिर्फ सब्जेक्ट से सम्बंधित बातें ही उत्तर में लिखी जाए. इसके अलावा कई बार कुछ प्रश्न समझ में न आये तो उसके विकल्प को ध्यान में रखना चाहिए. इसलिए डिस्क्रिप्टिव क्वेश्चन या थ्योरम को छोटे-छोटे पॉइंट्स में डिवाइड करके याद करना बेहद आसान और फायदेमंद होता है.
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