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किसान आंदोलन में शामिल एक और किसान की हुई मौत, 43 की उम्र में हार्ट अटैक से निधन

Farmers' Protest: "ये आंसू के गोले उन लोगों के लिए खतरनाक हैं जो अस्थमा से पीड़ित हैं"- संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल

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<div class="paragraphs"><p>Farmer Protest: पंजाब में विरोध प्रदर्शन में शामिल एक और किसान की हुई मौत</p></div>
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Farmer Protest: पंजाब में विरोध प्रदर्शन में शामिल एक और किसान की हुई मौत

फोटो- PTI

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Farmer Protest 2024: पटियाला में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) के घर के सामने प्रदर्शन कर रहे किसानों में से एक किसान की सोमवार, 19 फरवरी को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई.

आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार मृतक किसान की पहचान 43 वर्षीय नरिंदरपाल सिंह के रूप में हुई, जो पटियाला जिले का रहने वाले थे. अपनी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों को लेकर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान यह तीसरी ऐसी मौत है.

नरिंदरपाल सिंह 17 फरवरी को अपने साथियों के साथ किसानों के धरना स्थल पर पहुंचे थे. जिसके बाद रविवार की रात उनकी तबीयत खराब हुई तो उन्होंने साथी किसानों से वापस गांव ले जाने को कहा था.

"आंसू के गोले उन लोगों के लिए खतरनाक हैं जो अस्थमा से पीड़ित"

इस मामले पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने बात करते हुए कहा, आज हमने अपना दूसरा भाई खो दिया. ये आंसू के गोले उन लोगों के लिए खतरनाक हैं जो अस्थमा से पीड़ित हैं. जिस कारण लोग मर रहे हैं.

उन्होंने आगे कहा, सीमाओं पर हर दिन किसानों की संख्या बढ़ रही है. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए और हमारे मुद्दों का समाधान ढूंढना चाहिए.''

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''हरियाणा में कर्फ्यू जैसी स्थिति है और दुर्भाग्य की बात यह है कि हरियाणा के डीजीपी का कहना है कि उन्होंने कहीं भी बल प्रयोग नहीं किया है, न ही आंसू गैस के गोले छोड़े हैं."
जगजीत सिंह दल्लेवाल

जगजीत सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में आगे कहा, हर कोई जानता है कि तीन दिनों तक सीमा पर कैसे लोगों (किसानों) को निशाना बनाया गया. ऐसा लगता है कि डीजीपी एक अधिकारी कम और एक राजनीतिक दल का प्रतिनिधि अधिक हैं.

गौरतलब है कि हरियाणा और पंजाब के किसान एमएसपी में कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. जिसके चलते किसान पिछले सात दिनों से शंभू बॉर्डर पर दिल्ली जाने के लिए डटे हुए हैं. जहां उनके और सुरक्षा बलों के बीच कई बार झड़प भी हो चुकी है.

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