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पंजाब के लुधियाना का एक 40 वर्षीय किसान, जो तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे अन्य किसानों के साथ सिंघू बॉर्डर पर डेरा डाले हुए था, 22 सितंबर से लापता है।
कुंडली पुलिस स्टेशन में सोमवार को दर्ज शिकायत (प्रतिलिपि आईएएनएस के पास उपलब्ध है) में कहा गया है कि गुरदीप सिंह पिछले कई हफ्तों से सिंघू में धरना स्थल पर जाकर रह रहे थे। वह दोपहर 12.30 बजे लुधियाना के लिए रवाना हुए। 22 सितंबर को लेकिन कभी अपने घर नहीं पहुंचे।
एक सप्ताह पहले दिल्ली छोड़ने के बाद से गुरदीप के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी प्राप्त करने में विफल रहने के बाद, उसके चाचा शमशेर सिंह, जो कि सिंघू में भी हैं, उन्होंने हरियाणा के सोनीपत जिले के अंतर्गत आने वाले विरोध स्थल और किसानों के बहुत करीब के कुंडली पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई है।
शमशेर सिंह ने अपनी शिकायत में कहा है कि गुरदीप थोड़ा मानसिक रूप से परेशान है। वह अपने (शमशेर सिंह) के साथ विरोध में शामिल होने के लिए सिंघू आया था, लेकिन वह अकेला घर के लिए निकल गया।
शमशेर सिंह ने आईएएनएस को बताया, वह गांव भी नहीं पहुंचा। हमने कई रिश्तेदारों और दोस्तों से बात की कि क्या वह उनमें से किसी के पास गया है, लेकिन वह नहीं गया। मुझे संदेह है कि उसका किसी ने अपहरण कर लिया है। इसके बाद, मैंने कुंडली में ही एक लापता व्यक्ति की शिकायत दर्ज करने का फैसला किया।
लुधियाना स्थित कीर्ति किसान यूनियन के सदस्य रघुवीर सिंह, जिनके नेतृत्व में गुरदीप सिंह और कई अन्य किसान दिल्ली में विरोध प्रदर्शन में शामिल होने आए थे, उन्होंने कहा, यह तीसरी बार था जब गुरदीप यहां (सिंघू) आया और पिछले आठ महीनों में आखिरी बार घर के लिए निकला। लेकिन इस बार, वह घर नहीं पहुंचा। परिवार के सदस्य, रिश्तेदार और हम सभी उसे खोजने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उसके ठिकाने के बारे में कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है।
कुंडली पुलिस ने कहा कि उन्होंने आस-पास के इलाकों में तलाशी अभियान शुरू किया है और गुरदीप सिंह का पता लगाने के लिए लुधियाना पुलिस को संदेश भी भेजा है। मामले के जांच अधिकारी ने कहा, हमने अपने अधिकार क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया है। हम इस मामले में लुधियाना पुलिस के भी संपर्क में हैं और हमें उम्मीद है कि जल्द से जल्द उसका पता लगा लिया जाएगा।
पिछले साल पारित किए गए तीन कृषि विधेयकों के विरोध में दस महीने से अधिक समय से जारी पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान विरोध कर रहे हैं।
भारत बंद के दिन सोमवार को सिंघू में एक 55 वर्षीय किसान की हार्ट अटैक के कारण मौत हो गई थी। सिंघू सीमा पर बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉलियां खड़ी थीं लेकिन अपेक्षाकृत कम लोग थे। यह उन जगहों में से एक है जहां नवंबर 2020 से किसान धरने पर बैठे हैं।
सिंघू के अलावा, किसान राष्ट्रीय राजधानी की दो अन्य सीमाओं- टिकरी और गाजीपुर पर भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
--आईएएनएस
एसकेके/आरजेएस
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