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मैं आपको जिस व्यक्ति के बारे में बता रहा हूं उसने 1 लाख 26 हजार 731 करोड़ रुपये एक रात में खो दिए हैं. इनका नाम है सैम बैंकमैन फ्राइड (Sam Bankman Fried) जो कि क्रिप्टो एक्सजेंज (Cryptocurrency Exchange) एफटीएक्स (FTX) के मालिक हैं. ये दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो एक्सजेंज थी जी हां थी. सैम की नेट वर्थ 15.5 अरब डॉलर से गिर गई है यानी एक दिन में उनकी नेट वर्थ में 94% की कमी आई है.
ब्लूमबर्ग के बिलिनेएर लिस्ट से सैम का नाम हट गया है और अब तक किसी अरबपति की नेटवर्थ में एक बार में ही इतनी बड़ी गिरावट नहीं आई है. अब एफटीएक्स दिवालिया होने की कगार पर है और उन्होंने सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया है.सैम बैंकमैन फ्राइड को कभी किंग ऑफ क्रिप्टो बुलाया गया, कभी उनकी तुलना वॉरेन बफे से की गई तो कभी उन्हें मॉर्डन डे का जेपी मॉर्गन बताया गया. उन्होंने ट्वीट कर माफी मांगी और कहा कि, मुझे वास्तव में खेद है, कि हम ऐसी स्थिति में पहुंच गए हैं. उम्मीद है कि चीजें ठीक होंगी, उम्मीद है कि यह ग्राहकों के लिए बेहतर होगी. सैम कैलिफोर्निया में पले-बढ़े. उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यानी एमआईटी से फिजिक्स में ग्रैजुएशन किया. बाद में कई ट्रेडिंग कंपनियों में काम किया. 2017 में क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में उन्होंने कदम रखा था. इसके पहले उन्होंने वॉल स्ट्रीट में ब्रोकर का काम भी किया था.
अब आप पूछेंगे कि ये सब हुआ कैसे. फिलहाल इसकी जांच चल रही है. एक रिपोर्ट बताती है कि सैम ने अपने निवेशकों और ग्राहकों के पैसों का दुरुपयोग किया है. कुछ रिपोर्ट सीधे दावा करती हैं कि सैम ने एफटीएक्स की पैरेंट कंपनी अलामेडा रिसर्च को चालाकी से कुछ पैसा ट्रांसफर कर दिया. एफटीएक्स ने कहा है कि उन्होंने कंपनी के अकाउंट तक अनऑथोराइस्ड एक्सेस डीटेक्ट किया है.
फिनवे एफएससी के सीईओ रचित चावला ने क्विंट हिंदी से कहा कि "आरोप तो यही है कि जब 2017 से क्रिप्टो में बेतहाशा निवेश हो रहा था तो एफटीएक्स ने अपने ग्राहकों के पैसों का इस्तेमाल कर पैरेलल इंवेस्टमेंट शुरू किया और क्योंकि क्रिप्टो को रेग्युलेट करने वाला कोई नहीं है इसलिए ये काम आसानी से होता रहा, एक समय में FTX की वैल्यू 23 बिलियन डॉलर तक भी पहुंची है."
अब क्रिप्टो बाजार में गिरावट आ रही है. एफटीएक्स टोकन का हाल तो आप देख ही रहे हैं जो पिछले साल तक 50 डॉलर के आसपास था वो अब 1 डॉलर के आसपास ट्रेड कर रहा है. बिटकॉइन 16 हजार डॉलर के आसपास है, एथेरियम 1800 डॉलर के आसपास बना हुआ है. ऐसे में कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि फिलहाल गिरते हुए बाजार में ना कूदें, वेट एंड वॉच करें. फिनवे एफएससी के सीईओ रचित चावला ने कहा कि, ऐसे समय में मैक्रो क्रिप्टो में निवेश कर सकते है यानी जो क्रिप्टो में अपना नाम बना चुके हैं जैसे बिटकॉइन और डॉजकॉइन जैसे छोटे क्रिप्टो से दूर ही रहे. उन्होंने यह भी कहा कि एसआईपी की तरह आप यहां थोड़ा थोड़ा निवेश करने से भी कुछ खास हासिल नहीं कर पाएंगे. अब चूंकी इसे किसी सरकार की मान्यता नहीं है इसलिए इसकी वैल्यू के जीरो होने की भी संभावना हमेशा रहेगी.
आमतौर पर एक्सपर्ट्स यही कहते हैं कि शॉर्ट टर्म के निवेशक से अच्छा लॉन्ग टर्म निवेशक बनिए. तो एक तरह से जिसे भविष्य की करेंसी माना जाता रहा है आज उसपर बड़े सवाल हैं.
अब इस हफ्ते बिजनेस और कारोबार की दुनिया से आईं आपके काम की कुछ खास बातें
अक्टूबर में थोक महंगाई दर 8.39% पर है. ये राहत की बात है क्योंकि इसमें कमी आई है. सितंबर में थोक महंगाई दर 10.7% और अगस्त में 12.41% पर थी. मार्च 2021 के बाद पहली बार थोक महंगाई दर 10 फीसदी से नीचे आई है. थोक महंगाई दर वह प्राइस है जो मैन्युफेक्चरर या होलसेलर्स पे करते हैं.
LIC के शेयर्स सोमवार के शुरुआती सत्र में बीएसई पर 9% बढ़कर 682 रुपये प्रति शेयर हो गई है. मई में शेयर्स लिस्ट होने के बाद से ये अब तक का सबसे बड़ा प्रॉफिट देखने को मिला है.
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने 2022 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान 7.7% से घटाकर 7% कर दिया है. एजेंसी का कहना है कि घरेलू स्तर पर बढ़ती ब्याज दरें और धीमी वैश्विक वृद्धि भारत की आर्थिक गति को प्रभावित करेंगे. यानी आरबीआई ब्याज दरों में फिर बढ़ोतरी कर सकता है.
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