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गोवा (Goa) के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (CM Pramod Sawant) ने शुक्रवार को कहा कि गोवा सरकार बॉम्बे हाईकोर्ट को पत्र लिखकर अंग्रेजी के अलावा कोंकणी भाषा को अदालती कार्यवाही के लिए आधिकारिक भाषा के रूप में सूचीबद्ध करने की मांग करेगी.
सावंत ने यहां आयोजित 8वें अंतर्राष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन में अपने संबोधन में यह भी कहा कि हिंदी को बढ़ावा देने से न केवल भारत अपनी विविधता में और अधिक एकजुट होगा, बल्कि देश को अखंड भारत के रूप में उभरने में भी मदद मिलेगी.
मुख्यमंत्री सावंत ने कहा, गोवा में, केवल अंग्रेजी का इस्तेमाल विधायिका भाषा के लिए किया जाता था, यह अब अंग्रेजी और कोंकणी में है, गोवा में बॉम्बे हाईकोर्ट की शाखा अंग्रेजी में काम करती है. जब हम न्याय की तलाश में न्यायपालिका में जाते हैं, तो इसे कोंकणी में काम करना चाहिए. हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करने का है कि यह अंग्रेजी के साथ-साथ कोंकणी में भी काम करे. हम उच्च न्यायालय को लिखेंगे.
उन्होंने कहा, मैं यह भी कहूंगा, जया हुए बलिदान मुखर्जी वो कश्मीर हमारा है और सपने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साकार किया है. इस एकता को बनाए रखने के लिए हिंदी को बढ़ावा देना जरूरी है.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गोवा एक बहुभाषी राज्य है, जहां विभिन्न कार्यों के लिए अलग-अलग भाषाओं का उपयोग किया जाता है.
मुख्यमंत्री ने कहा, गोवा चार भाषाओं के लिए जाना जाता है. हम कोंकणी में बोलते हैं, हम मराठी समाचार पत्र पढ़ना पसंद करते हैं, हम हिंदी में फिल्में देखना पसंद करते हैं और लिखते समय, हम अंग्रेजी का उपयोग करना पसंद करते हैं. यह एक ऐसा राज्य है जो हमेशा चार भाषाओं के लिए जाना जाता है.
--आईएएनएस
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