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भारत सरकार (India)और कोलंबो द्वारा कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव वर्चुअल वर्कशॉप का आयोजन किया गया है। यह वर्कशॉप रक्षात्मक संचालन, डीप डार्क वेब हैंडलिंग और डिजिटल फोरेंसिक से संबंधित क्षेत्रीय साइबर सुरक्षा क्षमताओं के विकास पर है।
यह महत्वपूर्ण वर्कशॉप राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय, गांधीनगर (गुजरात) और कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव के सचिवालय के सहयोग से आयोजित किया गया। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (एनएससीएस), भारत सरकार द्वारा 10-11 जनवरी 2022 को दो-दिवसीय पहला कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव वर्चुअल वर्कशॉप का आयोजन किया गया है।
कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव वर्चुअल वर्कशॉप के इस महत्वपूर्ण आयोजन में श्रीलंका, मालदीव, भारत, मॉरीशस, सेशेल्स और बांग्लादेश सहित कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव (सीएससी) के सदस्य और पर्यवेक्षक देशों के प्रतिनिधियों ने इस कार्यशाला में भाग लिया।
4 अगस्त, 2021 को आयोजित कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव की पांचवीं उप-एनएसए स्तर की बैठक में सदस्य और पर्यवेक्षक देशों ने समुद्री संरक्षा एवं सुरक्षा, आतंकवाद एवं कट्टरता, तस्करी एवं संगठित अपराध और साइबर सुरक्षा एवं महत्वपूर्ण आधारभूत संरचना की सुरक्षा सहित सहयोग के चार स्तंभों पर सहमति व्यक्त की थी।
यह कार्यशाला चौथे स्तंभ के तहत पहली गतिविधि थी। इस कार्यशाला में डीप वेब एवं डार्क नेट जांच तथा चुनौतियों, डिजिटल फोरेंसिक, साइबर खतरे से संबंधित खुफिया सूचना और साइबर डोमेन में रक्षात्मक संचालन जैसे प्रमुख क्षेत्रों के बारे में चर्चा हुई।
यह चर्चा इन क्षेत्रों में तकनीकी प्रगति, अनुसंधान से जुड़ी चुनौतियों एवं दृष्टिकोण पर केंद्रित रही। प्रतिभागियों ने साइबर सुरक्षा के खतरों से निपटने से जुड़े अपने अनुभव भी साझा किए और विशिष्ट साइबर सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों के समाधान पर चर्चा की।
प्रतिभागियों ने सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों की पहचान करने और कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव के तहत साइबर सुरक्षा पर आगे काम करना जारी रखने पर सहमति व्यक्त की।
--आईएएनएस
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