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पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने अन्य पिछडा वर्ग श्रेणी के तहत आरक्षण के लिए आंदोलन का एक और दौर शुरु करने की धमकी दी है. इसके साथ ही उन्होंने गुजरात सरकार पर मुख्य मुद्दे सुलझाने में ‘‘नाकाम’’ रहने का आरोप भी लगाया है.
मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को कल लिखे पत्र में सूरत जेल में बंद हार्दिक ने कहा कि अगर मुद्दा जल्द नहीं सुलझाया गया तो भाजपा को 2017 विधानसभा चुनावों में पटेलों का ‘‘क्रोध’’ सहना पडेगा.
हार्दिक पटेल के वकील ने रविवार को इस पत्र की प्रतियां सार्वजनिक कीं.
राजद्रोह के आरोपों में जेल में बंद 22 साल के नेता हार्दिक पटेल ने मुख्यमंत्री से उनकी तथा आंदोलन के अन्य नेताओं की रिहाई की प्रक्रिया तेज करने के लिए कहा है.
उन्होंने लिखा है कि, “पटेल समुदाय के युवा बहुत गुस्से में हैं और वह आंदोलन का दूसरा दौर शुरू करने के लिए तैयार हैं. और अगर ऐसा होता है, तो साल 2017 के चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बाहर करने से हमें कोई नहीं रोक सकता है.”
इसके साथ ही हार्दिक ने पटेल आंदोलन की रिहाई के बाद मुख्यमंत्री को “बातचीत” के लिए भी आमंत्रित किया है.
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