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कोलंबो, 7 जून (आईएएनएस)। श्रीलंका के आपदा प्रबंधन केंद्र (डीएमसी) ने रविवार को अपने ताजा अपडेट में कहा कि देश में भारी बारिश के कारण 14 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 245,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
मारे गए 14 लोगों में से पांच की मौत राजधानी कोलंबो से 88 किलोमीटर दूर स्थित केगले में हुई है, जबकि तीन मौतें रत्नापुरा जिले से हुई हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, दो लोगों के लापता होने की खबर है, जबकि दो अन्य घायल हो गए हैं।
डीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, 15,658 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जबकि 800 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है।
इस बीच, श्रीलंकाई नौसेना ने कहा कि बढ़ती चिंताओं के बाद, कोलंबो के बाहरी इलाके में केलानी नदी में सपुगस्कंदा तेल रिफाइनरी में टैंकों से भट्ठी के तेल को मिलाने का कोई खतरा नहीं है।
शनिवार को भारी बारिश के बाद तेल रिफाइनरी में फर्नेस ऑयल वाले टैंक बारिश के पानी से भर गए थे।
नौसेना ने कहा कि उसने श्रीलंका के तटरक्षक बल के साथ मिलकर बाहरी वातावरण के संपर्क में आने वाले भट्टी के तेल को स्किम करने और आगे फैलने से रोकने के लिए कार्रवाई की है, क्योंकि इससे मुख्य अंबाथले और बियागामा जल उपचार संयंत्रों के जल वितरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन इंडिका डी सिल्वा ने कहा कि फ्लोटिंग बूम का उपयोग करके बाढ़ के पानी से फर्नेस ऑयल को निकालने के लिए ऑपरेशन जारी है।
प्रतिकूल मौसम के कारण स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 पर टीकाकरण कार्यक्रम को भी झटका लगा है।
स्वास्थ्य सेवा के उप महानिदेशक डॉ. हेमंथा हेराथ ने स्थानीय मीडिया को बताया कि जिलों में टीकाकरण अभियान को स्थगित नहीं किया गया है, लेकिन अधिकारी भारी बारिश के कारण अपना शत-प्रतिशत प्रदर्शन नहीं कर सके।
मौसम विभाग ने अपनी नवीनतम मौसम रिपोर्ट में कहा कि आने वाले दिनों में 150 मिमी की भारी गिरावट की उम्मीद की जा सकती है और जनता से विशेष रूप से भारी बिजली से सतर्क रहने का आग्रह किया गया था।
--आईएएनएस
एसजीके
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